MP के बुरहानपुर में बिना आदेश करवाई बैलों की टक्कर, दस के खिलाफ मामला दर्ज

मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के नेपानगर एरिया में पशु क्रूरता का एक मामला सामने आया है। यहां बुधवार दोपहर को अवैध रूप से बैलों की लड़ाई का आयोजन किया गया, जिसमें सिवाल और आस-पास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। स्थानीय तौर पर ‘हेलों की टक्कर’ के नाम से मशहूर बैलों की लड़ाई बिना किसी आधिकारिक अनुमति के आयोजित की गई थी। पुलिस ने पूरे कार्यक्रम का वीडियो रिकॉर्ड किया है।
नेपानगर थाना प्रभारी ज्ञानू जायसवाल के अनुसार, आरोपियों पर लोक सेवकों द्वारा दिए गए आदेशों की अवहेलना के लिए धारा 223, दूसरों की सुरक्षा को खतरे में डालने के लिए 125 और कई लोगों द्वारा किए गए अपराध के लिए संयुक्त आपराधिक दायित्व के रूप में बीएनएस 2023 की धारा 3-5 के साथ-साथ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 की धारा 11-1 डी के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि 10 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और आगे की जांच जारी है।
टीओआई के अनुसार, मालवा-निमाड़ क्षेत्र के बाकी हिस्सों के उलट बुरहानपुर में बैलों की लड़ाई का आयोजन होना आम बात है। बीएनएसएस की निवारक धाराओं के तहत इस पर प्रतिबंध लगाने और आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने सहित कई कोशिशों के बावजूद आयोजन पर शायद ही कोई रोक लग पाई है। कलेक्टर हर्ष सिंह ने कहा, ‘बैलों की लड़ाई के ऐसे आयोजनों पर रोक लगाने के अलावा, हमने पशु मालिकों और आयोजकों से संपर्क करने और उन्हें पशु क्रूरता के बारे में जागरूक करने की योजना बनाई है। हम इसे रोकने के लिए उनका सपोर्ट मांगेंगे।’
बुरहानपुर के नेपानगर में बैलों की टक्कर बुधवार दोपहर से शाम 5 बजे तक चली थी। इसे देखने के लिए आसपास के गांवों से भारी संख्या में लोग जुटे थे। इससे पहले दिसंबर में शाहपुर थाना क्षेत्र के संग्रामपुर में भी बैलों की लड़ाई हुई थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।