जेलेंस्की को ‘तानाशाह’ कहने पर डोनाल्ड ट्रंप का यू-टर्न

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की तीखी आलोचना से पीछे हटते हुए नजर आ रहे हैं। हाल ही में ट्रंप से जब उनके द्वारा जेलेंस्की को तानाशाह कहने पर सवाल पूछा गया कि क्या वह अभी भी जेलेंस्की को तानाशाह मानते हैं? तो उन्होंने सवाल को यह कहते हुए टाल दिया कि क्या मैंने ऐसा कहा था?.. मैं विश्वास नहीं कर सकता की मैंने ऐसा कहा होगा। इससे पहले ट्रंप जेलेंस्की को बिना चुनाव करवाए सत्ता में बना रहने वाला तानाशाह कह चुके हैं।
ओवल ऑफिस में ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की मेजबानी कर रहे ट्रंप ने मीडिया के सामने यूक्रेनी राष्ट्रपति को लेकर काफी संयम दिखाया। ट्रंप ने कहा कि हम राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ मिलकर शांति के लिए काम करना चाहते हैं और मुझे उम्मीद है कि हम साथ में काम करेंगे। मुझे लगता है कि राष्ट्रपति और मेरे बीच में वास्तव में बहुत अच्छे संबंध रहे हैं। वर्तमान में यह शायद थोड़े कठिन हो गए हैं क्योंकि हम अपने नुकसान की थोड़ी बहुत भरपाई करना चाहते थे।
ट्रंप ने मीडिया के सामने बार-बार दावा किया कि यूक्रेन युद्ध में यूरोपीय देशों ने जो सहायता की वह एक तरीके के कर्जे के रूप में की गई, जबकि अमेरिका ने ऐसी सहायता दी थी, जिसकी वह भरपाई नहीं कर पाएगा। सोमवार को फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉन के राष्ट्रपति ने ट्रंप को इस मुद्दे पर टोका था तो आज कीर स्टार्मर ने भी ट्रंप के इस दावे पर आपत्ति जताई। स्टार्मर ने कहा कि यूरोपीय देशों दी गई अधिकांश सहायता एक तरीके से मदद के रूप में थी इसे कर्जे के रूप में नहीं दिया गया था।
हाल के दिनों में ट्रंप यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की काफी आलोचना करते हुए नजर आए हैं। यहां तक की संयुक्त राष्ट्र सभा में हुई वोटिंग में भी अमेरिका यूक्रेन के विरोध में तो रूस के समर्थन में खड़ा हुआ नजर आया। ट्रंप का यह विरोध तब सामने आया था जब जेलेंस्की ने शांति प्रस्ताव पर ट्रंप की बातों को मानने से इनकार कर दिया था। इससे नाराज होकर ट्रंप ने जेलेंस्की को काफी भला बुरा कहा था। उन्होंने दावा किया था कि वह यूक्रेन से प्यार करते हैं लेकिन जेलेंस्की वहां पर बहुत ही भयानक काम कर रहे हैं। यहां तक की ट्रंप ने युद्ध के लिए भी जेलेंस्की को ही जिम्मेदार ठहरा दिया था।