अमेरिका यात्रा के दौरान पीएम मोदी और एलन मस्क की हो सकती है मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका यात्रा के दौरान एलन मस्क से मुलाकात कर सकते हैं। इस दौरान स्टारलिंक ब्रॉडबैंड के भारत में आने की संभावनाओं पर भी चर्चा होने के आसार हैं। इस मुलाकात संबंधी योजना की जानकारी रखने वाले दो व्यक्तियों ने इस बारे में बताया है। पीएम मोदी अपनी दो दिन की अमेरिका यात्रा पर पहुंच चुके हैं। इस दौरान वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। उम्मीद है कि इस मुलाकात में अमेरिका द्वारा लगाए जा रहे भारी टैक्सेज को लेकर बातचीत होगी।

भारत आएगा स्टारलिंक ब्रॉडबैंड

पीएम मोदी इस यात्रा के दौरान एलन मस्क से भी बात कर सकते हैं। रॉयटर्स के मुताबिक नाम न छापने की शर्त पर दो सूत्रों ने बताया कि भारत सरकार को उम्मीद है कि इस दौरान स्टारलिंक ब्रॉडबैंड सर्विसेज के भारत आने संबंधी योजनाओं पर बातचीत हो सकती है। स्टारलिंक ब्रॉडबैंड सर्विसेज की लॉन्चिंग लंबे समय से भारत में टल रही है। स्टारलिंक की लंबे समय से भारत आने की इच्छा है। हालांकि इस मामले में स्टारलिंक का मुकेश अंबानी की कंपनी से टकराव भी है। यह टकराव सैटेलाइट सेवाओं के लिए भारत सरकार द्वारा स्पेक्ट्रम जारी करने को लेकर है। हालांकि पीएम मोदी मोदी और एलन मस्क की मुलाकात को लेकर दोनों ही पक्षों से कोई टिप्पणी नहीं आई है। दिसंबर में एलन मस्क ने कहा था कि स्टारलिंक का सैटेलाइट इंटरनेट भारत में निष्क्रिय है। उन्होंने बताया कि भारतीय अधिकारियों ने कंपनी की दो डिवाइसेज सीज कर ली हैं।

भारतीय सरकार एलन मस्क की इस बात से तो सहमत है कि स्पेक्ट्रम की नीलामी की बजाए इसका बंटवारा होना चाहिए। लेकिन स्टारलिंक का लाइसेंस अप्लीकेशन का अभी तक रिव्यू किया जा रहा है। उधर मुकेश अंबानी भी इस चीज को लेकर नई दिल्ली में अपने पक्ष में लॉबिंग कर रहे हैं। अंबानी की कंपनी के लोगों की चिंता इस बात की है कि एयरवेव नीलामी में 19 अरब डॉलर खर्च करने के बावजूद कहीं वह स्टारलिंक की एडवांस टेक्नोलॉजी के चलते अपने ग्राहक न खो दे। वहीं, एक सूत्र का कहना है कि मस्क ने भारत की सुरक्षा संबंधी चिंताओं का भी जवाब दिया है। इसके मुताबिक वह स्थानीय स्तर पर डाटा स्टोर किए जाने को लेकर सहमत हैं।

अभी यह स्पष्ट नहीं है कि मस्क और मोदी की बातचीत के दौरान टेस्ला के भारत आने के बारे में बात होगी या नहीं। गौरतलब है कि एलन मस्क ने लंबे समय से भारत के इलेक्ट्रिक कारों पर हाई इंपोर्ट टैक्सेज की आलोचना की है। उनकी टीम ने कई साल से भारत में मैन्यूफैक्चरिंग बेस बनाने की बातें कहीं हैं, लेकिन लेकिन अभी तक ऐसी कोई योजना साकार नहीं हुई है। मस्क के अलावा, मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान किसी अन्य बिजनेस सीईओ से मिलने की संभावना नहीं है।

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