रिटायर्ड फौजी ने नहर में डूब रहे पांच लोगों की बचाई जान, पढ़ें पूरी खबर…

सेना से रिटायर्ड और कारगिल युद्ध लड़ चुके हरिजिंदर सिंह ने अपनी बहादुरी और जिंदादिली का परिचय दिया है। 49 साल के पूर्व सैन्यकर्मी ने अपने दो किशोर उम्र बेटों के साथ पांच लोगों को सिरहिंद नहर के ठंडे पानी में डूबने से बचाया। इन लोगों की एसयूवी नहर में डूब रही थी और इन सभी की जिंदगी दांव पर लगी थी। यह घटना लुधियाना में रात करीब 11.30 बजे पवात और बिहलोपुर गांव के बीच मच्छिवारा के बीच हुई। हालांकि एक व्यक्ति को बचाया नहीं जा सका और अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में उसकी मौत हो गई।
पूर्व सैन्यकर्मी हरजिंदर सिंह फिलहाल मुकेश अंबानी के एंटीलिया की सुरक्षा टीम में तैनात हैं। वह इन दिनों छुट्टी मनाने अपने घर आए हुए हैं। सोमवार को वह अपने दोनों बेटों 18 साल के गुरलीनप्रीत सिंह और 17 साल के हरकीरत सिंह के साथ शादी से लौट रहे थे। इसी दौरान उनकी नजर सिरहिंद नहर पर पड़ी जहां एक डूब रही गाड़ी के अंदर छह लोग फंसे हुए थे। सेना के पूर्व कमांडो ने बताया कि मैं गाड़ी में पीछे सो रहा था। मेरा बेटा कार चला रहा था। उन्होंने नहर में डूब रही कार को देखकर कार रोक दी। वहां पर करीब 25 साल के छह युवा डूबती गाड़ी से बाहर आने की कोशिश कर रहे थे।
इसके बाद हरजिंदर सिंह अपने दोनों बेटों के साथ इन लोगों को बचाने उतर पड़े। इन लोगों ने खिड़की का शीशा तोड़कर गाड़ी में फंसे लोगों को बाहर निकाला। इन लोगों ने पेड़ की टूटी हुई डालियों से इस मिशन को अंजाम दिया। बाप बेटों ने सभी लोगों को बाहर निकाला और सुरक्षित सड़क पर लेकर आए। इसके बाद पुलिस को फोन किया। करीब एक घंटे के बाद तीन पीसीआर वैन और एंबुलेंस मौके पर पहुंचीं। अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
स्थानीय लोगों ने पूर्व सैन्यकर्मी की जमकर तारीफ की। साथ ही यह भी बताया कि साल 2008 में उन्होंने 25 साल की लड़की को भी बचाया था। तब यह लड़की नहर में डूब गई थी। तब भी वह लड़की को कीचड़ भरे पानी में खींचते हुए किनारे तक लेकर आए थे। तब प्रदेश सरकार ने डूबती हुई लड़की की जान बचाने में अद्वितीय साहस दिखाने के लिए उन्हें सम्मानित किया था। हरजिंदर सिंह ने बताया कि वह नहर के पास कुछ अच्छा समय बिताने के मकसद से गए थे। हरजिंदर कारगिल के माला क्षेत्र में छर्रे की चोटों का शिकार हुए थे। युद्ध के बाद उन्हें चिकित्सा के लिए बाहर ले जाया गया था।