अजित पवार ही लेंगे फैसला, मुंडे के इस्तीफे पर फडणवीस ने झाड़ा पल्ला
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बीड सरपंच हत्या मामले में गेंद उपमुख्यमंत्री अजित पवार के पाले में डाल दी है। सीएम ने कहा कि अजित पवार ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता और सरकार में मंत्री धनंजय मुंडे पर फैसला लेंगे। दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत के दौरान फडणवीस ने कहा, “धनंजय मुंडे मेरे मंत्रिमंडल के सदस्य हैं, और हम कभी भी मिल सकते हैं। जहां तक उनके इस्तीफे की मांग का सवाल है, इस पर अजित पवार पहले ही स्थिति स्पष्ट कर चुके हैं। अजित पवार का निर्णय ही आधिकारिक होगा।” इससे कुछ घंटे पहले खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री मुंडे ने उनसे मुलाकात की थी।
फडणवीस ने राष्ट्रीय राजधानी में संवाददाताओं से कहा, “सुबह मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान धनंजय मुंडे और मेरी मुलाकात हुई। वह हमारी सरकार में मंत्री हैं और हमारी मुलाकात के बारे में कुछ भी गुप्त नहीं है। वह मुझसे और मैं उनसे कभी भी मिल सकता हूं।” मुख्यमंत्री ने कहा, “अजित पवार ने उनके इस्तीफे (की मांग) के बारे में बयान दिया है। अजित पवार जो भी रुख अपनाएंगे, वह अंतिम होगा।”
सरपंच संतोष देशमुख हत्या मामला: अजित पवार ने दी कड़ी चेतावनी
यह बयान ऐसे समय आया है जब बीड जिले के मसाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले में धनंजय मुंडे के करीबी वाल्मिक कराड की गिरफ्तारी हुई है। कराड पर महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (MCOCA) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में बढ़ते विवाद के बीच मंगलवार को मुंडे कैबिनेट बैठक छोड़कर चले गए थे।
अजित पवार ने पहले ही साफ कर दिया था कि जब तक जांच में कोई सबूत सामने नहीं आता, तब तक मुंडे को इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा जाएगा। गुरुवार को बीड के दौरे के दौरान अजित पवार ने पार्टी कार्यकर्ताओं को सख्त चेतावनी दी कि विकास कार्यों में किसी भी तरह की जबरन वसूली (एक्सटॉर्शन) करने वालों पर MCOCA के तहत कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर हथियारों के प्रदर्शन पर कड़ी कार्रवाई होगी
अजित पवार ने बिना अनुमति हथियारों के सार्वजनिक प्रदर्शन और सोशल मीडिया पर रिवॉल्वर के साथ वीडियो बनाने की प्रवृत्ति की आलोचना की। उन्होंने कहा कि “अगर कोई हवा में फायरिंग करता है, कमर में रिवॉल्वर लगाकर घूमता है या सोशल मीडिया पर इस तरह के वीडियो डालता है, तो ऐसे लोगों के हथियार लाइसेंस रद्द कर दिए जाएंगे।”
उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि बीड जिले में वर्षों से तैनात कुछ सरकारी अधिकारी जांच के दायरे में आएंगे। पवार ने कहा, “हमारी सरकार इस मामले में किसी के साथ भेदभाव नहीं करेगी।”
इससे पहले दिन में राकांपा (शरदचंद्र पवार) की सांसद सुप्रिया सुले ने देशमुख हत्याकांड की जांच को लेकर भाजपा नीत सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि कथित हत्यारों में से एक घटित अपराध के 50 दिन बाद भी फरार है। हत्या के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि आरोपी कृष्णा अंधाले अब भी फरार है।
सुले ने कहा, “इस मुद्दे पर बहुत से लोग बोल रहे हैं और हमारी सामूहिक मांग है कि बीड में सीआईडी द्वारा जांच किए जा रहे मामलों को देखते हुए नैतिक आधार पर (धनंजय मुंडे के इस्तीफे की मांग का) निर्णय लिया जाना चाहिए।”