पिता की बारूदी विस्फोट में हुई थी मौत, अब पंखे से लटका मिला दंतेवाड़ा के पूर्व विधायक की बेटी का शव
छत्तीसगढ़ स्थित दंतेवाड़ा के भाजपा के पूर्व विधायक स्वर्गीय भीमा मंडावी की 22 वर्षीय बेटी दीपा मंडावी का शव पंखे पर फंदे से लटका मिला। वह देहरादून के करनपुर स्थित पीजी में रहकर साईं इंस्टीट्यूट से फिजियोथैरेपी की पढ़ाई कर रही थी।
मौत के कारणों का पता नहीं चल सका है। हालांकि पीजी के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद होने के आधार पर पुलिस इसे आत्महत्या बता रही है। दीपा की मां ओजस्वी भीमा मंडावी महिला आयोग की सदस्य हैं। वह स्वजन के साथ सोमवार को देहरादून पहुंचीं। पोस्टमार्टम के स्वजन शव को लेकर दंतेवाड़ा लेकर चले गए हैं।
पीजी में रहकर साईं इंस्टीट्यूट से कर रही थी फिजियोथैरेपी का कोर्स
पुलिस के मुताबिक दीपा मांडवी वर्ष 2022 में देहरादून आई थी। उसने साईं इंस्टीट्यूट में फिजियोथैरेपी का कोर्स के लिए दाखिला लिया था। वह तृतीय वर्ष की छात्रा थी। देहरादून में वह अपनी सहेलियों के साथ कमरा लेकर रह रही थी। सप्ताहभर पहले ही वह करनपुर में पीजी में शिफ्ट हुई थी। बताया जा रहा है कि दीपा मंडावी कुछ दिन पहले ही दंतेवाड़ा अपने घर गई थी। 26 जनवरी की शाम चार बजे दीपा की सहेली एक राजनीतिक दल के कार्यक्रम में चली गई। इस दौरान दीपा ने उससे कहा कि वह पढ़ाई कर रही है। यदि उसकी आंख लग गई तो वह उसे जगा देना।
कमरा अंदर से बंद होने से पुलिस मान रही है आत्महत्या, कारणों का नहीं चल सका पता
करीब पांच बजे सहेली जब कमरे में पहुंची तो दरवाजा अंदर से बंद था। काफी देर तक दरवाजा नहीं खुलने पर सहेली ने खिड़की झांका तो दीपा पंखे पर फंदे से लटक रही थी। सहेली ने तत्काल पीजी के मालिक और पुलिस को सूचना दी। पुलिस के पहुंचने से पहले उसे नीचे उतारा गया। बदहवाश स्थिति में उसे चिकित्सक के पास ले जाया गया, जहां मृत घोषित कर दिया गया।
करनपुर पुलिस चौकी प्रभारी ओमप्रकाश ने बताया कि अभी मौत के कारण स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला दिख रहा है। हालांकि मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। उसकी सहेली ने बताया कि दीपा अक्सर तनाव का जिक्र करती थी।
बहन की छत से गिरकर और पिता की बारूदी विस्फोट में हुई थी मौत
बताया जा रहा है कि जब भीमा मंडावी विधायक थे तब उनकी बड़ी बेटी की भी छत से गिरने से मौत हो गई थी। नौ अप्रैल 2019 को श्यामगिरी के पास नक्सलियों के बिछाए बारूदी विस्फोट में भीमा मंडावी मारे गए थे।