सर्दी से सरकारी अस्पतालों में बढ़े मरीज, पीडियाट्रिक वॉर्ड में बच्चों की संख्या में इजाफा
लखनऊ, लखनऊ समेत यूपी के लगभग सभी बड़े अस्पतालों में ठंढ के कारण बच्चों में होने वाली समस्याओं में तेजी से इजाफा हुआ है। इनमें सर्दी, जुकाम और सांस की परेशानी के अलावा निमोनिया के लक्षण शामिल हैं। राजधानी के सिविल अस्पताल के अलावा राजनारायण लोकबंधु अस्पताल और बलरामपुर अस्पताल के पीडियाट्रिक वॉर्ड में बड़ी संख्या में नौनिहाल भर्ती हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि सर्दी में बच्चों और बुजुर्गों को लेकर बेहद सतर्क रहना होगा। लखनऊ के सरकारी अस्पतालों की ओपीडी से लेकर इमरजेंसी में रोजाना 150 के करीब बच्चे सर्दी और जुकाम की शिकायतें लेकर आ रही हैं। गंभीर स्थिति न होने पर डॉक्टर दवा देकर लौटा रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि सर्दी और प्रदूषण बच्चों के फेफड़ों पर असर डाल रहा है। इससे उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. नीलांबर श्रीवास्तव ने बताया कि सर्दी में बच्चों को लेकर बेहद सतर्क रहना होगा। गर्म कपड़े पहनाकर रखें।
घर से बाहर लेकर न जाएं। इम्युनिटी कम होने के बच्चे अधिक प्रभावित होते हैं। ज्यादातर बच्चों में सर्दी के ही लक्षण है। पर राहत की बात ये है कि भर्ती होने के बाद इलाज शुरू करने पर मरीजों को राहत मिल रही है। लोकबंधु अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजीव दीक्षित ने बताया कि बच्चों में कफ और जकड़न की शिकायत लेकर बच्चे आ रहे हैं। इनमें बुखार की भी शिकायत रहती है। बलरामपुर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.संजय तेवतिया ने बताया कि ठंड के दौरान आम तौर पर बच्चों में परेशानी बढ़ जाती है। इन बच्चों को समय से इलाज देना बेहद जरूरी होता।