पीवी अनवर ने अपनी विधायकी से दिया इस्तीफा, जाने वजह…
सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चे से हाल ही में अलग होकर तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने वाले पीवी अनवर ने अपनी विधायकी से भी इस्तीफा दे दिया है। अनवर ने स्पीकर से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया।
नीलांबुर सीट से इस्तीफा देने के बाद पीवी अनवर ने यह भी एलान किया कि वह उपचुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस यहां अपना उम्मीदवार उतारे और वह उसका समर्थन करेंगे। उन्होंने नेता विपक्ष से माफी भी मांगी है।
नेता विपक्ष से मांगी माफी
अपना इस्तीफा सौंपने के बाद टीएमसी नेता पीवी अनवर ने कहा, ‘मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव ने मुझसे नेता विपक्ष वीडी सतीशन के खिलाफ सदन में भ्रष्टाचार के आरोप लगाने को कहा था। उन्होंने एक मैटर तैयार कर भी दिया था, जिसे सदन में पेश किया गया।’
उन्होंने कहा कि ‘वीडी सतीशन को 150 करोड़ रुपये मिलने के बात स्पीकर की अनुमति से सदन में उठाई गई। मुझे नहीं पता कि इसके पीछे कोई साजिश थी या नहीं। मैं नेता विपक्ष और जनता से माफी मांगता हूं।’
नहीं लड़ेंगे उपचुनाव
पीवी अनवर ने कहा कि ‘मैं नीलांबुर में उपचुनाव नहीं लड़ूंगा। मैं पिनारई सरकार को खत्म करने के लिए कांग्रेस के उम्मीदवार का पूरा समर्थन करूंगा। कांग्रेस को नीलांबुर से उम्मीदवार उतारना चाहिए। मल्लपुरम की जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जॉय एक योग्य उम्मीदवार हैं।’
यह अब स्पीकर पर है कि वह मेरा इस्तीफा स्वीकार करते हैं या नहीं। मैंने ममता बनर्जी से इस पर विस्तार से चर्चा की है। मैंने उन्हें बताया है कि केरल में सबसे गंभीर मु्द्दा जानवरों और इंसानों के बीच विवाद का है। मैंने उनसे इसे संसद में उठाने की अपील की है। वह संसद में ये मुद्दा उठाने और इससे निपटने के लिए सरकार पर दबाव बनाने को तैयार हैं।
– पीवी अनवर
इन पर लगाए आरोप
पीवी अनवर ने कहा कि ‘मेरे आरोप तीन लोगों तक सीमित हैं। मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव पी सासी, एडीजीपी अजीत कुमार और मल्लपुरम के पूर्व कलेक्टर सुजीत दास। सुजीत दास भी विशेष वर्ग के लोगों को आरोपियों की सूची में डालने में शामिल हैं।’
उन्होंने कहा ‘मैंने सीएम और पार्टी के नेताओं से सुजीत दास के गैरकानूनी कामों के बारे में चर्चा की। कुछ पार्टी नेताओं ने इसे जनता के सामने रखने को कहा। लेकिन बाद में उन्होंने अपना विचार बदल दिया। मुझे लगता था कि सीएम को इन सब के बारे में पता नहीं है, लेकिन प्रेस मीट के दौरान उन्होंने पूरी तरह अजीत कुमार का बचाव किया।
बनाई थी नई पार्टी
- पीवी अनवर ने कुछ महीने पहले ही एलडीएफ का दामन छोड़ दिया था।
- उन्होंने हाल ही में तृणमूल कांग्रेस जॉइन कर लिया है।
- पीवी अवनर केरल की नीलांबुर सीट से विधायक चुने गए थे।
- एलडीएफ छोड़कर उन्होंने डेमोक्रेटिक मूवमेंट ऑफ केरल का गठन किया था।
- अब उन्होंने विधायकी से भी इस्तीफा दे दिया है।