बेंगलुरु में तीन गायों के थन काटने पर जमकर मचा बवाल, सख्त कार्रवाई के आदेश

कर्नाटक के बेंगलुरु में गायों के थन काटने का मामला सामने आया है। कॉटनपेट पुलिस ने सोमवार को तीन गायों के थन काटने को लेकर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरोपी सैयद नसरू ने रविवार तड़के चामराजपेट के विनायकनगर में गायों के थन काट दिए थे। आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि नसरू ने जब अपराध को अंजाम दिया उस वक्त वह नशे में था।

मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने घटना पर कड़ा रुख अपनाया और बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी. दयानंद को मामले को सुलझाने का निर्देश दिया। घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया। भारतीय जनता पार्टी ने घोषणा की कि अगर अपराधियों को तुरंत नहीं पकड़ा गया तो वह ‘काली संक्रांति’ मनाएगी। कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर. अशोक ने रविवार को घटनास्थल का दौरा किया और इसे जिहादी मानसिकता का प्रदर्शन बताया। उन्होंने कहा कि ऐसी हरकतों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

दर्द भरी आवाज सुनकर जगे लोग

पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह घटना चामराजपेट के विनायकनगर में हुई। ये गाय स्थानीय व्यक्ति कर्ण की हैं। मवेशियों की दर्दनाक आवाज सुनकर स्थानीय लोग जाग गए। उन्होंने देखा कि मवेशी घायल अवस्था में खून से लथपथ पड़े हैं, जिससे इलाके में आक्रोश फैल गया। पुलिस ने बताया कि घटना के संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है। भाजपा नेता पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और गायों के मालिक को सांत्वना दी। राज्य विधान परिषद में विपक्ष के नेता चलवाडी नारायणस्वामी और पूर्व उपमुख्यमंत्री सी एन अश्वथ नारायण सहित भाजपा के कई नेताओं ने इस घटना की निंदा की।

दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश

मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि उन्होंने पुलिस को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने बेल्लारी में संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने पुलिस आयुक्त से बात की है। मैंने उनसे कहा है कि दोषियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करें। मैंने उनसे कहा है कि जिन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है, उनका पता लगाया जाए।’ उन्होंने कहा कि वह यह सुनिश्चित करेंगे कि जिसने भी ऐसा किया है, उसके खिलाफ कार्रवाई हो। हिंदू संगठनों की ओर से विरोध प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर सिद्धरमैया ने कहा कि वे मुद्दे का राजनीतिकरण करने का प्रयास कर रहे हैं।

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker