CM धामी ने उत्तराखंड स्थापना दिवस 9 नवंबर के सांस्कृतिक प्रोग्राम को किया रद्द 
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अल्मोड़ा बस हादसे के बाद उत्तराखंड स्थापना दिवस 9 नवंबर को पर ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना दिवस पर आयोजित होने वाले सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है। कहा कि राज्य स्थापना दिवस के सभी कार्यक्रम सादगी से मनाए जाएंगे।
आपको बता दें कि अल्मोड़ा के मर्चुला में हुए बस हादसे के घायलों का हाल जानने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली में अपने सभी कार्यक्रम छोड़ सीधे रामनगर पहुंचे थे। धामी रविवार को नई दिल्ली में थे। सोमवार को उन्हें केंद्रीय हिन्दी समिति की बैठक में हिस्सा लेना था।
लेकिन हादसे की खबर सुनते ही उन्होंने सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए। दिल्ली से उन्होंने अफसरों से पूरे मामले की जानकारी ली और इसके बाद स्वयं रामनगर पहुंच गए। रामनगर अस्पताल में घायलों से मिल सीएम काफी भावुक दिखे। उन्होंने घायलों को भरोसा दिया कि सरकार हर कदम पर पीड़ितों के साथ खड़ी रहेगी।
रामनगर स्थित रामदत्त जोशी संयुक्त चिकित्सालय में घायलों से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि घायलों के उपचार में किसी तरह की कमी न रहे।
मौके से ही उन्होंने अन्य अस्पतालों में रेफर घायलों की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की तात्कालिक मदद देने और घायलों को एक लाख रुपये देने की घोषणा कर दी गई है। आगे भी पीड़ित परिवारों को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
सीएम ने दिए मजिस्ट्रेट जांच कराने के निर्देश
सीएम धामी ने कहा कि हादसे के बाद ही पौड़ी और अल्मोड़ा के संबंधित क्षेत्र के एआरटीओ प्रवर्तन को निलंबित करने के निर्देश दिए। सीएम के आदेश पर सचिव नरेंद्र जोशी ने दोनों अधिकारियों के निलंबन के आदेश भी जारी कर दिए थे। साथ ही आयुक्त कुमाऊं मंडल दीपक रावत को घटना की मजिस्ट्रेट जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं।
अस्पताल कर्मियों की तारीफ
घायलों से मिलने रामनगर अस्पताल पहुंचे सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अस्पताल की व्यवस्था और उपचार के बारे में कर्मियों और डॉक्टरों से जानकारी ली। सीएम ने डॉक्टरों और स्टाफ की तारीफ की। संचालक डॉ. प्रतीक ने बताया कि हादसे का पता चलते ही छुट्टी पर गए डॉक्टर व कर्मियों को बुला लिया गया था।
राहत दलों को भिजवाया
सुबह जैसे ही हादसे की सूचना मुख्यमंत्री को मिली तो तत्काल सचिव आपदा प्रबंधन, आयुक्त कुमाऊं और अल्मोड़ा के जिलाधिकारी से बात की और राहत व बचाव कार्यों के निर्देश दिए। हादसे की गंभीरता को समझते हुए उन्होंने एसडीआरएफ और एनडीआरफ को भी रेस्क्यू और बचाव के लिए मौके पर भिजवाया।