छत्तीसगढ़ में CRPF के हेड कांस्टेबल ने खुद को मारी गोली, हरियाणा का था मृतक
छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ के एक हेड कांस्टेबल ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पोस्टमॉर्टम के बाद उनके पार्थिव शरीर को हरियाणा के रेवाड़ी स्थित उनके पैतृक स्थान भेज दिया गया।
पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि सीआरपीएफ के एक हेड कांस्टेबल की छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में अपने सर्विस हथियार से कथित तौर पर खुद को गोली मारने से मौत हो गई। यह घटना गुरुवार को भैरमगढ़ में सीआरपीएफ की 199वीं बटालियन के मुख्यालय में हुई। सीआरपीएफ राज्य में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में लगी हुई है।
हेड कांस्टेबल पवन कुमार जब एक वॉच टावर पर तैनात थे तो उन्होंने अपनी एके-47 राइफल खुद पर चला ली। पुलिस अधिकारी ने बताया कि गोलियों की आवाज सुनकर उनके सहकर्मी वहां पहुंचे। उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
उन्होंने बताया कि कुमार के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि किस वजह से उन्होंने यह कदम उठाया। अधिकारी ने बताया कि पोस्टमॉर्टम के बाद उनके पार्थिव शरीर को हरियाणा के रेवाड़ी स्थित उनके पैतृक स्थान भेज दिया गया।
राज्य में पिछले पांच महीनों में किसी जवान द्वारा की गई यह सातवीं आत्महत्या है। 18 अक्टूबर को त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (टीएसआर) के एक जवान ने कोरबा जिले में एक कोयला खदान में सुरक्षा ड्यूटी के दौरान अपने सर्विस हथियार से कथित तौर पर खुद को गोली मार ली। 14 सितंबर को सीआरपीएफ के हेड कांस्टेबल ने सुकमा जिले में अपनी यूनिट के शिविर में अपनी जान ले ली।
सशस्त्र सीमा बल के एक कांस्टेबल ने 3 सितंबर को कांकेर जिले में कथित तौर पर सुसाइड कर ली, जबकि 27 अगस्त को दुर्ग जिले में एक अन्य एसएसबी जवान ने आत्महत्या कर ली। 26 अगस्त को दंतेवाड़ा जिले में सीआरपीएफ के एक हेड कांस्टेबल ने कथित तौर पर अपनी सर्विस राइफल खुद पर मार ली। 20 जून को कांकेर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान ने सुसाइड कर ली। राज्य में नक्सल विरोधी अभियानों के लिए सीआरपीएफ, बीएसएफ और एसएसबी को तैनात किया गया है।