देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर दक्षिण-पश्चिम सीट से भरा पर्चा, कांग्रेस पर साधा निशाना

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और नागपुर दक्षिण-पश्चिम विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल किया और छठी बार टिकट देने के लिए भारतीय जनता पार्टी और उसके शीर्ष नेताओं को धन्यवाद दिया।

फडणवीस ने कहा, मुझ पर भरोसा जताने और छठी बार टिकट देने के लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त करता हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि लोग मुझे आशीर्वाद देंगे। महायुति सरकार द्वारा किए गए कार्यों के साथ, हम राज्य में फिर से सरकार बनाएंगे… हमारा एकमात्र लक्ष्य है – हमने महाराष्ट्र को जो गति दी है, उसकी जरूरत है कि महायुति सरकार फिर से सत्ता में आए।

कांग्रेस आरक्षण के खिलाफ है- फडणवीस

कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए फडणवीस ने कहा कि वे आरक्षण और अंबेडकर के आदर्शों के खिलाफ हैं।

उन्होंने कहा, राहुल गांधी ने विदेशों में आरक्षण के खिलाफ बात की है। नेहरू जी, इंदिरा जी ने भी ऐसा ही किया था। नाना पटोले ने राहुल गांधी को समर्थन दिया है। कांग्रेस अंबेडकर के आदर्शों के खिलाफ है। जब तक भाजपा सत्ता में है, वह किसी को भी आरक्षण को छूने नहीं देगी।

नामांकन दाखिल करने से पहले फडणवीस ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में रोड शो किया।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होने हैं, जबकि सभी 288 विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतगणना 23 नवंबर को होगी।

मुख्य चुनावी मुकाबला दो गठबंधनों के बीच है; सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन – जिसमें भाजपा के साथ शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी शामिल है और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) – जिसमें शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (शरद पवार गुट) और कांग्रेस शामिल हैं। मतदान की तारीखें नजदीक आते ही दोनों गुटों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं।

बारामती से चुनाव लड़ेंगे अजित पवार

इससे पहले, अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की, जिसमें उपमुख्यमंत्री अजित पवार बारामती से चुनाव लड़ेंगे।

महाराष्ट्र में 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 105 सीटें जीतीं, शिवसेना ने 56 और कांग्रेस ने 44 सीटें जीतीं।

महायुति गठबंधन के नेताओं की हुई थी बैठक

इससे पहले गुरुवार को दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन के नेताओं के बीच अहम बैठक हुई।

बैठक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और अजीत पवार, चंद्रशेखर बावनकुले, प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे सहित अन्य लोग शामिल हुए।

तीनों पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की शुरुआती सूची पहले ही जारी कर दी थी, लेकिन 106 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की गई थी। इनमें से 20 से 25 सीटें विवादित थीं, जिन पर तीनों पार्टियों ने दावा किया था। इस बैठक का उद्देश्य इन विवादों को सुलझाना था।

सूत्रों के अनुसार, सीटों के बंटवारे के मुद्दे को सुलझाने के लिए महायुति के घटक दल कुछ सीटों की अदला-बदली करेंगे। भाजपा द्वारा एनसीपी के लिए कुछ सीटें छोड़ने की उम्मीद है, जबकि एकनाथ शिंदे भी कुछ सीटें छोड़ेंगे, जिन पर शिवसेना ने 2019 में चुनाव लड़ा था।

अमित शाह के साथ बैठक में ज्यादातक सीटों पर सहमति बन गई, लेकिन कुछ सीटों पर अभी भी फैसला नहीं हुआ है। यह निष्कर्ष निकाला गया कि इन बची हुई सीटों के बारे में फेसला इस बात पर निर्भर करेगा कि कौन सी पार्टी जीतने की संभावना रखती है, तीनों दलों के नेता व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने के लिए मुंबई में बैठक करेंगे।

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