BRICS समिट के लिए कजान पहुंचे पीएम मोदी, व्लादिमीर पुतिन के साथ हो सकती है द्विपक्षीय बैठक
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए मंगलवार को रूस के कजान पहुंच चुके हैं। यहां उनके रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सहित द्विपक्षीय बैठकें करने की संभावना है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ट्वीट कर कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के विरासत शहर कजान पहुंच चुके हैं। आगमन पर प्रधानमंत्री का तातारस्तान गणराज्य के प्रमुख रुस्तम मिन्निखानोव ने गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
रूसी समुदाय के कलाकारों ने किया नृत्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कजान के होटल कॉर्स्टन में रूसी समुदाय के कलाकारों द्वारा किया गया नृत्य प्रदर्शन देखा।
अपनी टीम के साथ प्रदर्शन करने वाली एक रूसी कलाकार ने कहा, हम बहुत उत्साहित और नर्वस थे, हमने इस नृत्य के लिए लगभग 3 महीने तक अभ्यास किया…लोग वास्तव में पीएम मोदी को पसंद करते हैं। उन्होंने (पीएम मोदी) कहा कि हम रोमांचक नर्तक हैं।
भारतीय प्रवासियों ने पीएम मोदी के स्वागत में होर्डिंग लगवाए हैं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 22-23 अक्तूबर को रूस की यात्रा कर रहे हैं। यहां मेजबान रूस की अध्यक्षता में 16वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। कजान में आयोजित ब्रिक्स देशों के सम्मेलन के अलावा पीएम मोदी कजान आने वाले ब्रिक्स सदस्य देशों और अन्य आमंत्रित नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी कर सकते हैं।
रूस में पढ़ रहे भारत के छात्रों ने कजान के होटल कॉर्स्टन में प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में गीत गाया।
नहीं किया गया इंडिया शब्द का प्रयोग
कजान से सामने आई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि पीएम मोदी को भारत गणराज्य का प्रधानमंत्री लिखा गया है। रूस में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों ने पोस्टर पर इंडिया शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है।
मोदी ने मास्को से लगभग 900 किलोमीटर पूर्व में स्थित कजान की दो दिवसीय यात्रा पर रवाना होने से पहले एक बयान में कहा कि भारत ब्रिक्स के भीतर घनिष्ठ सहयोग को महत्व देता है, जो वैश्विक विकास एजेंडे से संबंधित कई प्रमुख मुद्दों पर बातचीत और चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है।
उन्होंने कहा, पिछले साल नए सदस्यों को जोड़ने के साथ ब्रिक्स के विस्तार ने इसकी समावेशिता और वैश्विक भलाई के एजेंडे को बढ़ाया है।