फ्री इलाज को लेकर मरीजो को नहीं होगी टेंशन, गोल्डन कार्ड नहीं मानने वाले अस्पतालों पर ऐक्शन
उत्तराखंड राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने राज्य निगम कर्मचारी अधिकारी महासंघ के साथ हुई वार्ता का कार्यवृत जारी कर दिया है। स्वास्थ्य प्राधिकरण की ओर से आश्वासन दिया गया है कि गोल्डन कार्ड न मानने वाले अस्पतालो के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
शिकायतों की जांच में गड़बड़ी पाए जाने पर अस्पताल पैनल से बाहर होंगे। चिकित्सा प्रतिपूर्ति के लंबित भुगतान जल्द होंगे। राज्य निगम कर्मचारी अधिकारी महासंघ के अध्यक्ष दिनेश गोसाईं ने बताया कि लिखित कार्यवृत मिलने से कर्मचारियों, पेंशनर्स को उम्मीद है कि अब उनकी मांगों पर गंभीरता पूर्वक काम होगा।
कहा कि प्राधिकरण को अस्पतालों की गड़बड़ियों से अवगत कराया गया था। बताया गया था कि अस्पताल गोल्डन कार्ड को नहीं मान रहे हैं। इस पर इलाज नहीं करते हैं। इलाज की एवज में पूरा भुगतान कराते हैं, जबकि गोल्डन कार्ड कैशलेस सुविधा है।
इस पर प्राधिकरण ने आश्वस्त किया है कि ऐसी शिकायतों की गंभीरता से जांच होगी। अस्पतालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। महासचिव बीएस रावत ने कहा कि गोल्डन कार्ड की समस्याओं को भी शिविर लगा कर दूर किया जाएगा।
कार्ड में जो भी गड़बड़ियां हैं, उन्हें भी दूर किया जाएगा। यदि किसी का नाम कार्ड में गलत दर्ज हो गया है, तो उसे भी दूर किया जाएगा। चिकित्सा प्रतिपूर्ति भुगतान में अब आगे देरी नहीं होगी। अंशदान जमा होने के बाद भी यदि कार्ड नहीं बन रहे हैं, तो जल्द कार्ड बनाए जाने की व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाएगा।