हल्द्वानी में भारी बारिश के बाद घरों में 3 फीट तक घुसा मलबा
भारी बारिश के बाद हल्द्वानी के दमुवाढूंगा क्षेत्र की कृष्णा विहार, देवकी कॉलोनी और गायत्री कॉलोनी में सोमवार की रात पहाड़ों में तेज बारिश के बाद मची तबाई का मंजर मंगलवार सुबह दिखाई दिया। देवखड़ी नाले में आया मलबा घरों में घुस गया था।
घरों में रखा लाखों रुपये का पूरा सामान खराब हो गया। लोगों ने पूरी रात जागकर बिताई। मंगलवार सुबह होते ही परिवार करीब तीन फीट तक जमे को निकलने में परिवार जुट गए। उधर, नगर निगम की 70 सफाई कर्मियों की टीम ने गलियों जमा मलबा हटाया।
गलियों से 78 ट्रॉली मलबा क्षेत्र से निकाला गया। दो जेसीबी और कई टैक्टर-टॉली को लगाया गया था। दमुवाढूंगा में एक घंटे में करीब 162 मिमी बारिश हुई। इससे देवखड़ी नाले की लगभग दो सौ मीटर सुरक्षा दीवार बहने से बोल्डर के साथ ही मलबा गलियों में भर गया।
हालात यह है कि अब लोगा पानी न होने की प्रार्थना कर रहे हैं। दर्जनों गाड़ियां और दोपहिया हुए खराब गलियों और घरों में मलबा घुसने से वहां खड़ी कारों और दोपहिया वाहनों को नुकसान पहुंचा है। वाहनों के इंजन में कचरा भरने से काम करना बंद कर दिया। ऐसे में लोग दिनभर घर के साथ वाहनों की सफाई मे जुटे रहे।
समस्या हल्द्वानी में, निदान दिल्ली से मिलेगा
देवखड़ी नाले से सुरक्षा के लिए वन विभाग ने मंगलवार ने दो पोकलैंड मशीनों की मदद से सफाई की। नाले की टूट गई सुरक्षा दीवार के पास भी नाले से निकले मलबे और पत्थरों का ढेर लगाया गया है। ऐसा किए जाने पर स्थानीय निवासी फिर से पानी बढ़ने पर आपदा की आशंका जताते रहे। मलबा पूरी तरह हटाने की मांग की, लेकिन वन विभाग के अधिकारी इसके लिए केंद्र की अनुमति जरूरी होने का तर्क देते रहे।
खेत में खड़ी फसल, घर में रखा राशन भी बहा
बुद्धसेन मौर्या का परिवार बटाई पर खेती करता है। खेत में ही झोपड़ी बनाकर परिवार के 11 लोग यही रहते हैं। सोमवार को आई आपदा में उनकी धान और भिंडी की तैयार फसल बर्बाद हो गई। घर में रखे परिवार के राशन के साथ ही गाय व बछड़ा बह गए। उनके परिवार के सामने पेट भरने का संकट आ गया है।
देवखड़ी में नक्शा लेकर पहुंचे लोग
मंगलवार को आपदा प्रभावित दमुवाढूंगा क्षेत्र में लोग पुराने नक्शे लेकर पहुंच गए। इस दौरान प्रशासनिक, वन विभाग अधिकारियों को नक्शा दिखा कर अतिक्रमण चिह्नित करने की मांग की। कहा, अतिक्रमण हटने के बाद राहत मिल जाएगी।