अयोध्या की नाबालिग गैंगरेप पीड़िता की तबीयत में सुधार, केजीएमयू से हुई डिस्चार्ज

अयोध्या की नाबालिग गैंगरेप पीड़िता की तबीयत में सुधार के बाद शनिवार को उसे लखनऊ के केजीएमयू से डिस्चार्ज कर दिया गया। यहां से कड़ी सुरक्षा में नाबालिग को अयोध्या के लिए रवाना कर दिया गया है। नाबालिग को केजीएमयू के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग (क्वीनमेरी) में पिछले हफ्ते भर्ती कराया गया था। जहां उसका गर्भपात भी डॉक्टरों की टीम ने कराया है। भ्रूण का डीएनए सैंपल भी लिया गया है। गैंगरेप का आरोप सपा के नगर अध्यक्ष मोईद खान और उसके एक अन्य युवक पर लगा है। इन दोनों का भी डीएनए लिया गया है। फोरेंसिक विभाग दोनों डीएनए का परीक्षण कर रहा है। गैंगरेप को लेकर यूपी की सियासत भी गरमाई हुई है। भाजपा और सपा में वाकयुद्ध चल रहा है।

अयोध्या में नाबालिग से गैंगरेप में सपा नेता का नाम आने के बाद से मामला पूरे यूपी में सुर्खियां बन गया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में भी वारदात की जानकारी देते हुए सपा को घेरा था। इसके बाद अयोध्या जिला प्रशासन और पुलिस भी एक्टिव हो गई थी। भाजपा नेताओं की टीम नाबालिग से मिलने उसके घर पहुंची और धमकियों से न डरने की सलाह दी थी। इसके साथ ही उसका इलाज जिला अस्पताल में शुरू कराया था। बेहतर इलाज के लिए एक दो दिन बाद ही जिला अस्पताल से नाबालिग को लखनऊ रेफर कर दिया गया था।

पांच अगस्त की शाम नाबालिग पीड़िता को अयोध्या से लखनऊ लाया गया और केजीएमयू के क्वीनमेरी में भर्ती कराया गया। यहां डॉक्टरों ने जरूरी जांचें कराईं। इलाज के बाद पीड़िता की तबीयत स्थिर हुई तो गर्भपात कराने का फैसला लिया गया। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने पीड़िता का सुरक्षित गर्भपात कराया। अब पीड़िता की तबीयत में सुधार आया तो केजीएमयू प्रशासन ने अयोध्या के जिलाधिकारी समेत अन्य अफसरों को बताया।

तबीयत में सुधार के बाद पीड़िता को डिस्चार्ज कर दिया गया। करीब पांच दिन इलाज के बाद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पीड़िता को अयोध्या रवाना कर दिया गया। प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि मरीज की तबीयत में सुधार का आंकलन डॉक्टरों की टीम ने किया है। रजामंदी के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है।

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker