दो जुड़वा भाइयों में खूनी झड़प, एक भाई ने दूसरे पर ईंट हमलाकर उतारा मौत के घाट
मां से पांच हजार रुपये मांगने को लेकर दो जुड़वा भाइयों में झगड़ा हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि एक भाई ने ईंट से हमलाकर दूसरे को घायल कर दिया। इससे जब उसका मन नहीं भरा तो एक भाई ने उसे डंडों से भी पीट दिया। सुबह परिजन उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। फरार आरोपी की तलाश की जा रही है। गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे मोहल्ला लोहरियान निवासी प्रेम सिंह सागर के बेटे राहुल सागर ने पुलिस को सूचना देकर बताया कि उसके छोटे भाई श्याम ने अपने जुड़वा भाई राम को पीटकर मार डाला है।
सूचना पर एसएसआई सतीश शर्मा टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस के आने की भनक लगते ही आरोपी श्याम छत से होते हुए भाग निकला। एसएसआई एसके शर्मा ने बताया कि दोनों जुड़वा भाई काफी समय से नशा करने के आदी थे। बुधवार रात करीब दस बजे श्याम ने अपनी मां दयावती सागर से पांच हजार रुपये देने को कहा।
मां के मना करने पर श्याम उनसे गलत व्यवहार करने लगा। जब राम ने उसे टोका तो दोनों में मारपीट हो गई। आवेश में श्याम ने ईंट और डंडा मारकर राम की हत्या क र दी। उधर, एएसपी अभय सिंह ने बताया कि पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है।
नशे ने दयावती को दिया जिंदगी भर का दर्द, सुकून भी छीना
काशीपुर। दयावती के परिवार पर नशा कहर बनकर टूटा। ससुराल की दहलीज पर कदम रखते ही उसे तमाम दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। पति प्रेमसागर की कमाई कम होने के कारण दयावती को दूसरे के घरों में काम करना पड़ा। वह खुद परिवार की मदद करने लगी। पांच बेटों और एक बेटी को जन्म देने के बाद भी दयावती को कभी सुकून का एक पल नसीब नहीं हुआ।
मोहल्ला पक्काकोट निवासी प्रेम सिंह सागर पेशे से ड्राइवर थे। बुरी आदत होने के कारण उसकी ज्यादातर कमाई खर्च हो जाती थी। परिवार में बच्चों की जिम्मेदारी बढ़ी तो दयावती ने लोगों के घर में जाकर झाड़ू पोछे का काम शुरू कर दिया। पांच बेटों में से एक बेटे अमित की पहले ही मौत हो चुकी थी।
दोनों बड़े बेटे राहुल और सूरज परिवार से अलग रहते हैं। बेटी पूजा की बाजपुर में शादी कर दी थी। परिवार में इस समय दयावती के अलावा पति प्रेम सागर व दोनों जुड़वा पुत्र राम-श्याम रहते थे। पुलिस के अनुसार तीनों पिता-पुत्र नशे के आदी थे।
माता मंदिर रोड पर एक दुकान से चोरी करने के आरोप में दोनों भाई जेल भी जा चुके हैं। पिछले दो साल से दोनों भाई कोई काम नहीं कर रहे थे। अपनी गलत आदतें पूरी करने के लिए वह मां से रुपये मांगते थे। झगड़ालू प्रवृत्ति का होने के कारण मोहल्ले वालों के साथ भी उनका व्यवहार ठीक नहीं रहता था।
पूरी रात घाव पर मरहम लगाती रही मां
भाई पर प्राणघातक हमलाकर आरोपी श्याम तो घर में आराम से सो गया, लेकिन दयावती की आंखों में पूरी रात गुजर गई। खून रोकने के लिए दयावती ने घाव पर कई बार मरहम लगाया, अत्यधिक रक्तस्राव से मां की हर कोशिश नाकाम हो गई। आखिरकार राम ने दम तोड़ दिया। पौ फटने पर दयावती अपने बेटे राहुल के घर गई और उसे बुलाकर लाई। राहुल ने भाई को मरणासन्न हालत में अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। राहुल के पुलिस को सूचित करते ही आरोपी श्याम फरार हो गया।