गुरारू में इस दिन होगी अमित शाह की जनसभा, गया-औरंगाबाद को साधेंगे
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की पहली चुनावी जनसभा की तिथि दूसरी बार आगे बढ़ाई गई है। अलबत्ता स्थान में परिर्वतन नहीं हुआ है। गया जिला के गुरारू में चुनावी सभा होनी है। पहले वह जनसभा सात अप्रैल को होनी थी। बाद में तिथि बढ़ाकर नौ अप्रैल हुई। अब नौ के बजाय 10 अप्रैल को शाह जनसभा को संबोधित करेंगे।
अपने बिहार दौरे पर वे भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों और कोर ग्रुप की बैठक भी लेंगे। उसमें वे सहयोगियों को चुनावी रणनीति के नए गुर सिखाएंगे और बिहार में प्रचार अभियान की वस्तुस्थिति से अवगत होंगे।
बीजेपी की स्ट्रेटजी
सभा-स्थल का चयन सोच-समझकर हुआ है। गुरारू प्रशासनिक रूप से गया जिला का भूभाग है और संसदीय रूप से औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र का अंश। शाह यहां से एक साथ दोनों संसदीय क्षेत्रों (गया और औरंगाबाद) को साधेंगे।
प्रधानमंत्री कर चुके जनसभा
इन दोनों क्षेत्रों के प्रत्याशियों के साथ मंच पर बिहार में राजग के सभी वरिष्ठ नेता विराजमान होंगे। समय में परिवर्तन का कारण विशेष रूप से उल्लेखनीय है। चुनाव से पहले औरंगाबाद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा हुई थी। उसके बाद मोदी चार और सात अप्रैल को क्रमश: जमुई और नवादा में दो चुनावी सभाएं कर चुके हैं।
इन चारों संसदीय क्षेत्रों में पहले चरण के तहत 19 अप्रैल को मतदान होना है। ऐसे में भाजपा चाहती है कि अब बड़े नेताओं की जनसभाएं मतदान की तिथि के जितना निकट हो, माहौल बनाने के लिए वह उतना ही अच्छा होगा।
गया में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा से पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी प्रत्याशी हैं। इससे पहले दो बार उसी मैदान में पटखनी खा चुके हैं। औरंगाबाद में अपनी चौथी जीत के लिए सुशील कुमार सिंह एक बार फिर भाजपा प्रत्याशी के रूप में प्रयासरत हैं। इन दोनों का बेड़ा पार लगाने के लिए शाह माहौल बनाने का भरसक प्रयास करेंगे।