लोकसभा चुनाव से पहले MP कांग्रेस महासचिव गंभीर सिंह भाजपा में हुए शामिल
लोकसभा चुनाव से ऐन पहले मध्य प्रदेश में कांग्रेस को लगातार सियासी झटका लग रहा है। सूबे के कई कद्दावर और स्थानीय नेता भाजपा का दामन थाम रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का गढ़ कहे जाने वाले छिंदवाड़ा में भी अब कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। छिंदवाड़ा जिले के चौरई विधानसभा के पूर्व विधायक एवं कांग्रेस प्रदेश महासचिव गंभीर सिंह आज भाजपा में शामिल हुए। गंभीर सिंह के साथ ही कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं ने भी भाजपा का दामन थाम लिया।
भाजपा प्रदेश कार्यालय भोपाल में प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और न्यू ज्वॉइनिंग टोली के प्रदेश संयोजक डॉ. नरोत्तम मिश्र की उपस्थिति में चौधरी गंभीर सिंह पार्टी में शामिल हुए। उनके साथ किसान कांग्रेस के अध्यक्ष चंद चौरिया, जिला उपाध्यक्ष सतीश मिश्रा, हर्रई जनपद कंचना उइके, नगरपालिका चौरई नेता प्रतिपक्ष अर्जुन रघुवंशी समेत हर्रई जनपद पंचायत के सदस्यों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
नकुलनाथ की सीट पर पड़ सकता है असर
सूत्रों के मुताबिक, गंभीर सिंह के भाजपा में शामिल होने से कांग्रेस का गढ़ रही छिंदवाड़ा सीट पर भी नकुलनाथ को तगड़ी सियासी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। गौरतलब हो, अबतक लोकसभा चुनावों में छिंदवाड़ा सीट पर कांग्रेस का ही कब्जा रहा है। इस सीट पर महज एक बार 1997 के उपचुनाव में ही भाजपा की जीत हुई है।
बीते दिनों, मौजूदा सांसद और कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को कांग्रेस प्रत्याशी बनाये जाने के बाद से छिंदवाड़ा में सियासी पारा हाई है। गंभीर सिंह के भाजपा में शामिल होने को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।
वहीं, इससे पहले आज ही कांग्रेस स्वास्थ्य एवं चिकित्सा प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ. बसंत राय, ग्वालियर-चंबल संभाग प्रभारी डॉ. सिद्धांत दुबे, संयोजक डॉ. ऋचा तिवारी, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. अमित तिवारी समेत 12 जिलों के फॉर्मासिस्ट और डॉक्टर भाजपा में शामिल हुए।
इसके अलावा कांग्रेस के पूर्व संभागीय प्रवक्ता सुबोध दुबे, पूर्व प्रदेश सचिव देवेन्द्र मूढोतिया, जिला उपाध्यक्ष शोभा शिवहरे समेत अन्य कांग्रेस नेता भी भाजपा में शामिल हुए हैं।
विधानसभा परिणाम के बाद भी दिया था इस्तीफा
विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद कांग्रेस संगठन के द्वारा तीर्थ ठाकुर को कांग्रेस का ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया था। जिसके बाद चौधरी गंभीर सिंह ने संगठन के समक्ष नाराजगी जाहिर की थी। इस दौरान पूर्व सीएम कमलनाथ ने उन्हें विधानसभा चुनाव और नगरीय निकाय चुनाव में सिवनी का प्रभार दिया था। उस दौरान भी उनकी नाराजगी को अनदेखा कर दिया गया यहां तक कि उनके कई समर्थकों ने इस्तीफा भी दिया था।
लोकसभा चुनाव में बढ़ेंगी परेशानी
मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव की तारीख की घोषणा होना अभी बाकी है लेकिन इसके पहले ही कांग्रेस में भगदड़ मची हुई है,प्रदेश के पूर्व पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ के गृह क्षेत्र से लगातार कांग्रेस के पदाधिकारी पूर्व विधायक जनपद सदस्य भाजपा में शामिल हो रहे है।बता दे की लोकसभा में कांग्रेस के एक ही सीट छिंदवाड़ा जीती हुई है जिस प्रकार से कांग्रेस छिंदवाड़ा के नेता भाजपा में शामिल हो रहे है तो अब यह सीरत भी कांग्रेस के लिए आसान होती नहीं दिखाई दे रही है कांग्रेस के सदस्य भाजपा में शामिल होने से नकुल नाथ की परेशानिया बढ़ती जा रही है।