इस दिन है विजया एकादशी, जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त
हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। हर माह में कृष्ण और शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। पौराणिक मान्यता है कि भगवान विष्णु की विधि-विधान से आराधना करने पर कष्टों का निवारण होता है। पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, एकादशी व्रत सूर्योदय से शुरू होता है और इसके अगले दिन द्वादशी तिथि पर सूर्योदय के बाद खत्म होता है। पंचांग के अनुसार, विजया एकादशी 06 मार्च को सुबह 06.30 बजे होगी और 07 मार्च को सुबह 04.13 बजे एकादशी तिथि का समापन होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, विजया एकादशी व्रत 06 फरवरी को है।
ऐसे करें विजया एकादशी की पूजा
- सूर्योदय से पहले गंगाजल युक्त जल से स्नान करें।
- पूजा से पहले भगवान विष्णु को पीले रंग के वस्त्र पहनाएं।
सूर्य देव को जल अर्पित करने के बाद चौकी पर पीला या लाल कपड़ा बिछाकर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें।पंचोपचार कर भगवान विष्णु की विधिवत पूजा-अर्चना करें।पीले रंग का फल, फूल और मिठाई अवश्य अर्पित करें।दीपक जलाकर आरती करें और विष्णु चालीसा का पाठ करें।आखिर में भगवान को फल, मिठाई और खीर का भोग लगाएं।
भोग में तुलसी दल को अवश्य शामिल करें। इसके बिना भोग अधूरा माना जाता है।