पति की गलत हरकत से महिला थानाध्यक्ष पर गिरि गाज, एसपी ने निलंबित किया, जानिए पूरा मामला
औरंगाबाद जिले के गोह प्रखंड के उपहारा थानाध्यक्ष किरण कुमारी को निलंबित कर दिया गया है। औरंगाबाद की एसपी स्वप्ना गौतम मेश्राम ने उन पर लगे आरोपों के आलोक में जांच करने के बाद उसे सही पाए जाने पर यह कार्रवाई की है। 2018 बैच की सब इंस्पेक्टर किरण कुमारी पिछले साल अगस्त महीने में यहां की थानाध्यक्ष बनी थीं। 19 फरवरी को थानाध्यक्ष किरण कुमारी के पति विजेंद्र कुमार पुलिस की सरकारी गाड़ी से बेला गांव के समीप पहुंचे थे। यहां पर लोगों ने हंगामा कर दिया और उन्हें खदेड़ दिया। इसका एक वीडियो बनाकर वायरल किया गया था।
इस संबंध में खबर प्रकाशित होने के बाद औरंगाबाद की एसपी ने डीएसपी मुख्यालय नभ वैभव को जांच का जिम्मा सौंपा था। जांच में आरोपों की पुष्टि होने के आलोक में थानाध्यक्ष किरण कुमारी को निलंबित कर दिया गया है। एसपी ने बताया कि उन पर विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी। थानाध्यक्ष के निलंबित होने के बाद नए थाना अध्यक्ष के रूप में डीआईयू शाखा में पदस्थापित मनेष कुमार को उपहारा थानाध्यक्ष बनाया गया है।
गोह प्रखंड के उपहारा थाने की कमान किरण कुमारी को उस समय मिली थी, जब तत्कालीन थानाध्यक्ष आनंद कुमार गुप्ता निगरानी के हत्थे चढ़े थे। निगरानी ने अहले सुबह ही उन्हें एक हमीदनगर गांव के केस से नाम हटाने के लिए 20 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए दबोचा था। 24 अगस्त 2023 को तत्कालीन थानाध्यक्ष पर निगरानी टीम ने कार्रवाई की थी। उसके कुछ ही दिनों के बाद 29 अगस्त को किरण को थानाध्यक्ष बना दिया गया। छह माह भी नहीं बीते कि किरण कुमारी पर कार्रवाई हो गई।
किरण कुमारी पर आरोप था कि उनके पति विजेंद्र कुमार बेला गांव में गश्ती वाहन से जाकर बालू उठाव के पैसा की अवैध वसूली करते हैं और नहीं देने पर धमकाते हैं। इसके आलोक में एसपी ने अपने स्तर से जांच कराई और जांचोपरांत किरण कुमारी को सस्पेंड कर दिया गया। हालांकि 19 फरवरी को ही थानाध्यक्ष ने एक सिपाही के बयान पर बालू तस्करी के आरोप में बेला गांव के करीव दो दर्जन लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की थी।