US में भारतीयों पर बढ़ते हमले को लेकर जो बाइडेन ने जताई चिंता, कहा- नस्ल, लिंग या किसी भी आधार पर हिंसा स्वीकार्य नहीं….
हाल के दिनों में अमेरिका में रह रहे भारतीयों पर हमले के मामले बढ़ गए हैं। इस पर अमेरिकी सरकार ने चिंता जताई है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि अमेरिका में नस्ल, लिंग या किसी भी आधार पर हिंसा अस्वीकार्य है। अमेरिकी नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनका प्रशासन इन हमलों को रोकने की पूरी कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि खुद राष्ट्रपति बाइडेन भी परेशान हैं और किसी भी भेदभाव के आधार पर भारतीयों पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
गुरूवार को पत्रकारों से बात करते हुए किर्बी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के शासन में हिंसा की कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा, “नस्ल या लिंग या धर्म या किसी अन्य कारक पर आधारित किसी तरह की हिंसा के लिए कोई बहाना नहीं चल सकता है। यह संयुक्त राज्य अमेरिका में बिल्कुल अस्वीकार्य है।”
किर्बी का यह बयान तब आया है, जब वॉशिंगटन में प्रेस ब्रीफिंग के दौरान संवाददाताओं ने उनसे भारतीय छात्रों पर हो रहे लगातार और सिलसिलेवार हमलों के बारे में पूछा। इस पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन और उनका प्रशासन भारतीय और भारतीय अमेरिकी छात्रों पर हमलों को विफल करने और बाधित करने की कोशिशों में जुटा है।
बता दें कि अमेरिका में महीने भर के अंदर 4 भारतीय छात्रों और 3 भारतीय मूल के लोगों की हत्या हो चुकी है। एक अन्य भारतीय छात्र पर भी हमला हुआ है। जनवरी में जॉर्जिया के लिथोनिया में एक डिपार्टमेंटल स्टोर में पार्ट टाइम काम करने वाले भारतीय छात्र विवेक सैनी की एक नशेड़ी ने हत्या कर दी थी। उसके बाद फरवरी में इंडियाना वेस्लेयन यूनिवर्सिटी में एक भारतीय छात्र सैयद मजाहिर अली पर हमला किया गया था।
कल ही यानी 15 फरवरी को ही अलबामा में एक कस्टमर ने भारतीय मूल के एक होटल मालिक की गोली मारकर हत्या कर दी है। शेफील्ड में भी प्रवीण रावजीभाई पटेल नाम के एक होटल मालिक की पिछले सप्ताह हत्या कर दी गई थी।