अमेरिकी रक्षा मंत्री के स्वास्थ्य में सुधार, अस्पताल से छुट्टी, जल्द संभालेंगे जिम्मेदारियां

अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन की तबियत में सुधार है। उन्हें मंगलवार को वाल्टर रीड नेशनल मिलिट्री मेडिकल सेंटर से छुट्टी दे दी गई है। दरअसल, ऑस्टिन को प्रोस्टेट कैंसर है, जिसके इलाज के लिए एक सर्जरी की गई थी। अब वह जल्द ही अपने काम पर वापस लौटेंगे।
70 साल के ऑस्टिन दिंसबर में सर्जरी के बाद से ही स्वास्थ्य मुद्दों से जूझ रहे हैं। रविवार को हालत खराब होने पर उन्हें वाल्टर रीड वापस ले जाया गया। सोमवार को जनरल एनेस्थीसिया के तहत उनकी नॉन सर्जिकल सर्जरी की गई।
स्वास्थ्य में सुधार हो रहा
अमेरिकी रक्षा विभाग ने कहा, ‘उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है और आज शाम पांच बजे वह अपने कामकाज को फिर से शुरू कर रहे हैं। उप रक्षा सचिव, ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ, व्हाइट हाउस को इसकी सूचना दे दी गई है।’ आगे कहा गया, ऑस्टिन इस सप्ताह के अंत में पेंटागन में काम पर लौटने से पहले कुछ समय तक घर से ही काम करेंगे।
दो महीने से बीमार हैं ऑस्टिन
ऑस्टिन 21 दिसंबर 2023 के बाद पहली बार मिनिस्ट्री पहुंचे थे। इस दौरान उनकी प्रोस्टेट कैंसर की सर्जरी हुई। वो दो बार हॉस्पिटल में एडमिट हुए। एक वक्त तो ऐसा आया जब करीब छह दिन तक राष्ट्रपति और संसद समेत उनके स्टाफ तक को जानकारी नहीं थी कि ऑस्टिन कहां हैं। राष्ट्रपति जो बाइडन और व्हाइट हाउस से इस बारे में सफाई मांगी गई। रिपब्लिकन पार्टी और यहां तक कि जो बाइडन की डेमोक्रेट पार्टी के कई सदस्यों ने ऑस्टिन को बर्खास्त करने की मांग की, लेकिन बाइडन ने कोई एक्शन नहीं लिया और इस तरह उनकी कुर्सी बच गई।
29 जनवरी को ऑस्टिन ने नाटो सेक्रेटरी जनरल जेन्स स्टोलनबर्ग से मुलाकात की थी। इसके बाद कहा- ‘देश और दुनिया के लिए यह वक्त बेहद अहम है। मैं पेंटागन में वापसी से खुश हूं। हालांकि, सर्जरी के बाद अब भी रिकवर कर रहा हूं।’ हालांकि, बाद में फिर तबियत बिगड़ गई थी, जिसके बाद अस्पताल में भर्ती कराया था।
हमारे क्षेत्र के लिए भारत एक महत्वपूर्ण: आसियान के महासचिव होर्न
आसियान के महासचिव डॉक्टर काओ किम होर्न ने कहा हम इस बात की सराहना करते हैं कि भारत आसियान के नेतृत्व वाले सभी तंत्रों की केंद्रीयता का समर्थन करता रहा है। स्पष्ट रूप से, हम देख रहे हैं कि भारत आसियान के साथ मिलकर पहलों, कार्यक्रमों और गतिविधियों के मामले में आगे रहा है।
उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि यह सब आपसी हित के माध्यम से किया जाता है। हिंद-प्रशांत पर आसियान के दृष्टिकोण के संदर्भ में, यह कुछ ऐसा है जिसका हम आसियान के साथ काम करने के लिए भारत का बहुत स्वागत करते हैं। क्योंकि आसियान हमारे लिए है, हम मानते हैं कि भारत हमारे क्षेत्र में भी एक बहुत महत्वपूर्ण खिलाड़ी है।’
होर्न ने आगे कहा, ‘आसियान और चीन के बीच, जो निश्चित रूप से अब हम सीओसी वार्ता पर काम कर रहे हैं। हम देख रहे हैं कि हम दक्षिण चीन सागर में स्थिति का प्रबंधन कैसे कर सकते हैं। ये द्विपक्षीय रूप से बातचीत के माध्यम से किए जाने होंगे। हम क्षेत्र विवादों के बारे में बात करते हैं, उदाहरण के लिए, यदि एक्स देश और वाई देश, विवाद में हैं, तो उन्हें बातचीत करनी होगी। हम शांतिपूर्ण बातचीत देखना चाहते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘इसलिए दक्षिण चीन सागर के मुद्दे पर हम यही चाहते हैं। अब हम बातचीत करने में सक्षम इसलिए हैं क्योंकि हम उस स्थिति में हैं। इसका मतलब है कि हमें आसियान और चीन के बीच बातचीत करनी होगी।’