सर्दियों में करें ये योगासन, सभी बीमारियाँ रहेंगी दूर
आज की बदलती जीवनशैली को देखते हुए कई बीमारियों के खतरे को कम करने के लिए विशेषज्ञ हमेशा व्यायाम और योग की सलाह देते हैं। लेकिन 25 से 40 साल की उम्र के लोग समय की कमी या किसी अन्य कारण से ऐसा नहीं कर पाते हैं।लेकिन बड़ों के साथ-साथ आजकल बच्चे भी अपना सारा समय स्क्रीन के सामने बैठकर गेम खेलने में बिताते हैं। ऐसे में अगर अगली पीढ़ी अभी से योग की आदत डाल ले तो भविष्य में यह उनके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित होगा। इसलिए ह्योगासन को बचपन से ही सीखना चाहिए।
बच्चों को सिखाएं ये योग आसन
ताड़ासन
इसके लिए सतर्क स्थिति में सीधे खड़े हो जाएं। फिर दोनों हाथों को सिर के ऊपर लाएं और उंगलियों को आपस में फंसा लें। अपनी भुजाएं सीधी रखें, फिर अपनी एड़ियां उठाएं और अपने पैर की उंगलियों पर खड़े हो जाएं। इस स्थिति में 10 सेकंड तक खड़े रहें और सांस लें, फिर सांस छोड़ें और अपनी स्थिति में वापस आ जाएं। यह योगासन बच्चों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।
पादहस्तासन
यह आसन पीठ की ताकत बढ़ाने में मदद करता है। इसे करने के लिए चटाई पर सीधे खड़े हो जाएं। फिर धीरे-धीरे दोनों हाथों को सिर के ऊपर ले जाएं। इसके बाद सांस छोड़ें और नीचे की ओर झुकें। ऐसी स्थिति में ध्यान रखें कि शरीर का ऊपरी हिस्सा सीधा रहे, कमर के पास ही झुकें। फिर अपने दोनों हाथों से अपने पैरों को छूने की कोशिश करें। इसे व्यक्ति और बच्चे की क्षमता के अनुसार करें।
उत्कटासन का अर्थ है कुर्सी मुद्रा
चेयर पोज घुटनों के लिए अच्छा है। इसके लिए सबसे पहले आप ताड़ासन की स्थिति में आ जाएं, फिर अपने कूल्हों को नीचे करें और अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें। जैसे कि आप कुर्सी पर बैठे हों और अपनी भुजाएं सीधी रखें। अगर आपके घुटनों में दर्द है तो इस आसन का अभ्यास न करें।