कुर्सी जाने के बाद शिवराज ने नए CM मोहन यादव से मांगी इजाजत, जानें क्या करना चाहते थे…
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान हो चुका है। काफी समय से अटकलें थी कि बीजेपी इस बार नए चेहरे को ला सकती है और ऐसा ही हुआ। शिवराज सिंह चौहान की बजाए सत्ता संभालने की जिम्मेदारी इस बार नए चेहरे को दी गई और सीएम पद के लिए मोहन यादव के नाम की घोषणा कर दी गई। जिस वक्त ये घोषणा हुई, उस वक्त शिवराज सिंह चौहान भी वहां मौजूद थे। भले ही शिवराज सिंह चौहान के समर्थक इस फैसले से खुश ना हो, लेकिन शिवराज सिंह चौहान ने मोहन यादव को बधाई भी दी और उनकी तारीफ भी की। इस बीच शिवराज सिंह ने सीएम की कुर्सी जाने के बाद मोहन यादव से एक खास मंजूरी मांगी है। इस बात की जानकारी उन्होंने खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी।
उन्होंने बताया कि वह पहले की तरह हर दिन पेड़ लगाने का सिलसिला जारी रखना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने आग्रह किया है कि उन्हें सरकार जमीन पर हर दिन एक पेड़ लगाने की इजाजत दी जाए। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, पर्यावरण कहने का नहीं और करने का विषय है। धरती को आने वाले समय में रहने लायक बनाए रखने के लिए मैं हर रोज एक पेड़ लगाता हूं। इसलिए मैंने मुख्यमंत्री जी से आग्रह किया है कि वह मुझे हर रोज सरकारी जमीन पर एक पेड़ लगाने दें।
2003 से लेकर अब तक के सफर को किया याद
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने 2003 से लेकर अब तक के सफर को याद तिया और कहा कि जब उन्होंने सीएम की कमान संभाली थी तो मध्य प्रदेश बीमारू राज्य था। शिवराज ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि जब उनकी विदाई ऐसे समय में हुई जब बीजेपी बहुमत से जीत मिली है। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री रहते हुए जनता से मेरे रिश्ते हमेशा परिवार के रूप में रहे। मामा का रिश्ता प्यार, भाई और विश्वास का रिश्ता है और जब तक मेरी सांस चलेगी, मैं इस रिश्ते को टूटने नहीं दूंगा।
इसके अलावा लोकसभा चुनाव लड़ने से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि ये सब काल्पनिक बाते हैं। उन्होंने कहा, हम एक भाजपा का काम करते हैं और कार्यकर्ता है।