लॉरेंस बिश्नोई गैंग के करीबियों के 13 ठिकानों पर ED ने मारा छापा
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के खिलाफ धन शोधन मामले में जांच शुरू कर दी है। इस सिलसिले में ईडी ने मंगलवार को हरियाणा और राजस्थान में कई स्थानों पर छापे मारे। केंद्रीय जांच एजेंसी धन शोधन रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत की जा रही जांच में 2 राज्यों में करीब 13 जगहों पर तलाशी ले रही है। अभी जेल में बंद बिश्नोई पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या मामले के आरोपियों में से एक है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गैंगस्टर के खिलाफ प्राथमिकियां दर्ज की हैं और आरोप पत्र दाखिल किए हैं। प्रवर्तन निदेशालय इसी आधार पर यह कार्रवाई कर रहा है।
बिश्नोई गैंग भारत के भीतर और विदेशी धरती पर बड़े पैमाने पर अवैध गतिविधियों में शामिल रहा है। इसमें ड्रग्स व हथियारों की तस्करी, खालिस्तान समर्थक तत्वों की सहायता, जबरन वसूली और टारगेटेड हत्याएं करना शामिल है। जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई भारत में जबरन वसूली और तस्करी के जरिए मिले धन को कनाडा और अन्य देशों में भेज रहा था। यह पैसा फिल्मों, कनाडाई प्रीमियर लीग, थाईलैंड में क्लबों और बार में भी निवेश किया गया था। ईडी मनी लॉन्ड्रिंग केस में जांच के तौर पर इन सभी निवेशों पर नजर रखे हुए है।
हवाला के जरिए पैसे कनाडा और थाइलैंड भेजने का आरोप
एनआईए ने बिश्नोई और दूसरों के खिलाफ दायर आरोपपत्र में 2019 से 2021 तक के 13 मामलों को लिस्टेड किया है, जिसमें गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की ओर से हवाला के जरिए 5 लाख रुपये से 60 लाख रुपये तक की राशि कनाडा व थाइलैंड में भेजी गई थी। जांच एजेंसियां यह पहले ही बता चुकी हैं कि बिश्नोई ने अपने डिप्टी सतविंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ के माध्यम से कनाडाई धरती से संचालित खालिस्तानी समूहों (खासकर बब्बर खालसा इंटरनेशनल नेता लखबीर सिंह लांडा) के साथ मिलकर काम किया।