IS आतंकियों को अलीगढ़-संभल ले जाकर होगी छानबीन, वजीहुद्दीन समेत पांच की दस दिनों की पुलिस रिमांड मंजूर
लखनऊ, एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ता) इस्लामिक स्टेट (आइएस) के आतंकी वजीहुद्दीन व उसके चार अन्य साथियों को अलीगढ़ व संभल लेकर जाकर भी छानबीन करेगा। आतंकियों ने एयरगन, जिहादी आडियो व वीडियो की पेन-ड्राइव व अन्य सामग्री को अलग-अलग स्थानों पर छिपाकर रखा है, जिसे बरामद करने का प्रयास होगा।
एटीएस पांचों आतंकियों का आमना-सामना भी कराएगा। एटीएस की विशेष कोर्ट ने वजीहुद्दीन के साथ ही अलीगढ़ से पकड़े गए राकिब इमाम अंसारी, संभल से पकड़े गए नावेद सिद्दीकी, मोहम्मद नोमान व मोहम्मद नाजिम की दस-दस दिनों की पुलिस रिमांड स्वीकृत की है। एटीएस ने वजीहुद्दीन को छत्तीसगढ़ से पकड़ा था, जिसके बाद अन्य चार आरोपित भी गिरफ्तार किए गए थे।
पुलिस रिमांड अवधि शुक्रवार सुबह 10 बजे आरंभ होगी। एटीएस इनके अन्य साथियों की भी तलाश कर रही है। एटीएस ने सबसे पहले पांच नवंबर को अलीगढ़ से आइएस के पुणे माड्यूल से जुड़े आतंकी अब्दुल्ला अर्सलान व माज बिन तारिक को पकड़ा था। अब तक कुल सात आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। एटीएस अब्दुल्ला व माज को फिर से पुलिस रिमांड पर लेने का प्रयास भी करेगा। जिससे उनका सामना वजीहुद्दीन व अन्य चार आरोपितों से कराया जा सके।
एटीएस अधिकारियों के अनुसार आरोपित एक हमले में मारे जा चुके आइएस समूह के नेता अबू इब्राहिम से प्रभावित होकर जिहाद से जुड़े थे। आरोपितों के मोबाइल फोन से बरामद डेटा के विश्लेषण में सामने आए तथ्यों के आधार पर उनसे पूछताछ की जाएगी। पांचों के बैंक खातों का पता लगाकर उनकी भी जांच होगी। इनके अन्य सक्रिय साथियों के संभल, अलीगढ़, रामपुर व प्रयागराज में छिपे होने की आशंका हैं।
आरोपितों को इन स्थानों पर ले जाकर उनके साथियों की पहचान व गिरफ्तारी का प्रयास किया जाएगा। एटीएस यह भी पता लगाएगा कि वजीहुद्दीन व उसके साथी प्रदेश में किन-किन स्थानों पर गए थे और उनके निशाने पर हिंदूवादी संगठन के कौन-कौन नेता थे।
वजीहुद्दीन अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) से लोक प्रशासन विषय से एमए व पीएचडी कर चुका है और एएमयू के छात्र संगठन एसएएमयू (स्टूडेंट्स आफ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) से जुड़ा था। वह अपने संपर्क में आने वाले छात्रों व पूर्व छात्रों को जिहाद से जोड़ रहा था। उसके संपर्क में रहे युवकों को भी चिन्हित किया जाएगा। एटीएस ने इससे पूर्व अब्दुल्ला व माज को अलीगढ़ ले जाकर छानबीन की थी और माज की निशानदेही पर पिस्टल व कारतूस भी बरामद किए थे।