यूक्रेन जंग में पुतिन पहली बार की लेडीज स्नाइपर्स की भर्ती, रूस कर रहा महिलाओं की तलाश
यूक्रेन और रूस के बीच पिछले 617 दिनों से जंग जारी है। इस बीच, पहली बार रूस बड़े पैमाने पर लेडीज स्नाइपर की भर्ती करने जा रहा है। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, रूसी सरकार समर्थित एक निजी सैन्य फर्म ने बड़े पैमाने पर यूक्रेन में युद्ध के लिए महिलाओं की भर्तियां निकाली हैं। अपने रोजाना के खुफिया ब्रीफिंग में ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने बताया कि निजी सैन्य कंपनी ‘रेडट’ अपनी ‘बोरज़ बटालियन’ के भीतर स्नाइपर्स और ड्रोन ऑपरेटरों की भूमिकाओं के लिए महिलाओं की तलाश कर रही है।
माना जाता है कि पहले ‘शील्ड’ के नाम से जाना जाने वाला ‘रेडुट’ रूस की विदेशी खुफिया एजेंसी जीआरयू से जुड़ा हुआ है। यह निजी सैन्य संगठन भाड़े के सैनिकों का एक हिस्सा है, जिसे रूसी कंपनियों के विदेशी व्यापारिक हितों की रक्षा करने का काम सौंपा गया है। रूसी रक्षा मंत्रालय, विदेशी खुफिया सेवा और रूसी विशेष बलों के पूर्व कर्मियों द्वारा इस सैन्य संगठन की स्थापना की गई है, जिसमें युद्ध में व्यापक अनुभव वाले व्यक्तियों को शामिल किया गया है। इस निजी सैन्य इकाई ने संभ्रांत वर्गों के हित को आकर्षित किया है। यह समूह 2022 के फरवरी से ही यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में सक्रिय है।
ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय के सोशल मीडिया पोस्ट के मुताबिक, ‘रेडुट’ द्वारा जारी विज्ञापन महिला रंगरूटों को बोरज़ बटालियन में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। रोडुट ने महिलाओं के लिए स्नाइपर्स और मानव रहित ड्रोन ऑपरेटर्स के पदों की पेशकश की है। यूके इंटेलिजेंस से मिली जानकारी के अनुसार, इस बात को लेकर अभी भी अनिश्चितता है कि क्या आधिकारिक रूसी रक्षा बल भी लड़ाकू भूमिकाओं में महिलाओं के लिए अवसरों के विस्तार पर विचार करेंगे।
हाल ही में सामने आए भर्ती विज्ञापन में 6 महीने के अनुबंध के साथ स्नाइपर और ड्रोन ऑपरेटर की भूमिकाओं के लिए महिलाओं से आवेदन मंगाए गए हैं। विज्ञापन की शर्तों के अनुसार उन्हें लगभग 220,000 रूबल (लगभग 1.83 लाख रुपये) के वेतन का प्रस्ताव दिया गया है। विज्ञापन में यह भी कहा गया है कि जिन संभावित रंगरूटों में हथियार चलाने में दक्षता की कमी है, वे कब्जे वाले डोनेट्स्क में एक महीने के सैन्य प्रशिक्षण से गुजर सकते हैं।
विज्ञापन की शर्तों में कहा गया है कि युद्ध के मोर्चे पर लगी चोटों के मामले में रंगरूटों को 1 से 3 लाख रूबल (लगभग 8.90 लाख से 26.62 लाख रुपये) तक का मुआवजा दिया जाएगा, जबकि मौत की स्थिति में, पीड़ित परिवारों को 5 लाख रूबल (लगभग 44.5 लाख रुपये) मिल सकते हैं।
ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने रूस की योजना को डिकोड करते हुए कहा है कि मौजूदा यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस ने महिलाओं को अग्रिम पंक्ति में लड़ाई की भूमिका में कभी नहीं रखा लेकिन आगे इस विकल्प की तैयारी की जा रही है। ब्रिटिश मंत्रालय का मानना है कि रूस ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सोवियत सेना में महिला स्नाइपर्स और अन्य लड़ाकू सैनिकों की एक मजबूत परंपरा से यह सीख ली है।
रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने मार्च 2023 में खुलासा किया था कि यूक्रेन में लगभग 1,100 महिलाएँ तैनात हैं, जो उनकी कुल सेना का मात्र 0.3% है। वर्तमान में, महिलाएं मुख्य रूप से सेना के भीतर चिकित्सा और खाद्य सेवा पदों पर भूमिका निभा रही हैं लेकिन आने वाले समय में रूस महिला लड़ाकों को युद्ध के मोर्चे पर अगली पंक्ति में रखने की योजना बना रहा है। पूरे इतिहास में, महिलाओं ने युद्ध के समय लगातार विविध भूमिकाएँ निभाई हैं, और अक्सर सामाजिक और सांस्कृतिक बाधाओं के बावजूद भी युद्धकालीन प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।