भागलपुर: अनैतिक देह व्यापार में रानी के मोबाइल में शहर के कई रईसों के मिले नंबर, पढ़ें पूरी खबर
भागलपुर: बरारी थाना क्षेत्र के संतनगर मोहल्ले में छह अगस्त 2023 को उजागर हुए अनैतिक देह व्यापार में रानी के मोबाइल में शहर के कई रईसों के नंबर मिले हैं। ये वही रईस हैं, जो लग्जरी गाड़ियों में अक्सर रात रंगीन करने आया करते थे।
रानी उन्हें रामपुरहाट, आसनसोल, सिलीगुड़ी, मिरिक, दार्जलिंग आदि जगहों से लाई गई लड़कियां उपलब्ध कराया करती थी। हृदेश उन्हें बाहर से लाने के लिए लग्जरी गाड़ियां इस्तेमाल करता था।
दो साल पहले भी पकड़ाया था एक रसूखदार रईस
रानी के पास ऐसे रईसों से संपर्क रहा है, जो 20-30 वर्ष की उम्र के ज्यादा थे, उनमें शहर के एक रिहाइशी कॉलोनी में रहने वाले एक रईस की ब्लैक कलर की लग्जरी गाड़ी अक्सर देर शाम को संतनगर में देखी जाती थी।
दो साल पूर्व शहर के एक प्रसिद्ध होटल में हुई छापेमारी में भी दो रईस पकड़े गए थे, जिन्हें तब एक पुलिस पदाधिकारी ने भारी दबाव में मुक्त करा दिया था।
हृदेश के संपर्क में विभिन्न विभागों के पदाधिकारी भी थे, जिनके प्रभाव का गलत इस्तेमाल कर स्थानीय लोगों की जुबान हृदेश ने बंद करा रखी थी। कोई भय से विरोध में बोलता नहीं था। छह अगस्त की छापेमारी में राजस्व महकमे से जुड़े दो पदाधिकारियों को भी पुलिस ने पकड़ने में कामयाबी पाई।
छापेमारी के पूर्व सिलीगुड़ी रवाना करा दी गई थी कई लड़कियां
संतनगर में सिटी डीएसपी अजय कुमार चौधरी के नेतृत्व में हुई छापेमारी में पुलिस को जो सफलता मिली वह संतोषजनक माना जा रहा है लेकिन स्थानीय लोग दबी जुबान से यह बताने लगे हैं कि छापेमारी के आधे घंटे पूर्व आधा दर्जन लड़कियां सिलीगुड़ी रवाना करा दी गई थी।
बताया जा रहा है कि स्लेटी कलर की इनोवा गाड़ी में आधा दर्जन लड़कियां चुनिंदा ग्राहकों के लिए सिलीगुड़ी से लाई गई थी। कहा जाता है कि छापेमारी के करीब आधा घंटे पूर्व अचानक उन्हें वापस भेज देना छापेमारी की भनक लग जाने की स्थिति में उठाया गया कदम रहा होगा।
छापेमारी में गिरफ्तार एक महिला समेत सात आरोपितों को जेल भेजे जाने के बाद पुलिस अब बरामद मोबाइल से उन रईसों और नॉर्थ-ईस्ट के एजेंटों का पता लगा रही है। मोबाइल के इनकमिंग, आउट गोइंग काल की पुलिस तकनीकी पड़ताल शुरू कर दी है।
गिरफ्तार मनोज-राजीव की पुलिस खंगाल रही कुंडली
आपत्तिजनक स्थिति में छह अगस्त को गिरफ्तार कर जेल भेजे गए मनोज कुमार और राजीव कुमार की पुलिस कुंडली खंगाल रही है। दोनों के जरिये देह व्यापार का संचालन कर रहे हृदेश और रानी ने विभिन्न सरकारी महकमे में अपने ग्राहक बना रखे थे।
रानी इस बात को भलीभांति जानती थी कि किन विभागों में ऊपरी आय कमाने वाले पदाधिकारी-कर्मचारी अधिक हैं, उन्हें वह मनोज-राजीव के जरिये ही अपने जाल में फंसा कर अपने ठिकाने पर बुलाया करती थी। एक बार वहां आने वाले उसे अच्छे पैसे भी दिया करते थे, रानी भी उनके लिए नॉर्थ-ईस्ट से लड़कियां मंगाया करती थी।
शराब और सूखे मेवे तक का रहता था इंतजाम
अपने ग्राहकों को खुश रख उनसे अधिक से अधिक वसूली के लिए रानी ने शराब और सूखे मेवे तक का इंतजाम रखा करती थी। रईसों की पंसद बियर और सूखे मेवे हुआ करते थे।
ठिकाने पर पहुंचने वाले विभिन्न महकमों से नाता रखने वाले पदाधिकारियों, कर्मचारियों और रईसों के लिए शराब-बियर, चखने के अलावा ब्रांडेड कंपनी के निराेध, यौन शक्ति बढ़ाने वाली दवाएं भी मुहैया कराती थी।
थानाध्यक्षों को किया गया सतर्क, रखें इलाके में पैनी नजर
सिटी डीएसपी अजय कुमार चौधरी ने मंगलवार को क्राइम मीटिंग में थानाध्यक्षों को स्पष्ट निर्देश दिया कि वह अपने थानाक्षेत्र में अनैतिक व्यापार पर विशेष नजर रखने को कहा है।
इसके लिए अपने-अपने क्षेत्र में किराया का कमरा देने वालों को किरायेदार का ब्योरा थाने में देने जैसी कार्रवाई कराने, संदिग्ध गतिविधियां लगने पर उन्हें निगरानी में रखने को कहा है।
सिटी डीएसपी ने थानाध्यक्षों को तस्करी, नशे का काला कारोबार, जेल से छूटे अपराधियों की गतिविधियों पर भी पैनी नजर रख आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है।