छत्तीसगढ़: 6 साल की मासूम के साथ हॉस्टल में दुष्कर्म, जांच में जुटी पुलिस
रायपुर, छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल इलाके के एक छात्रावास में नाबालिग के साथ हुए दुष्कर्म की जांच के लिए पुलिस ने एक नई टीम का गठन किया है। दरअसल, छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल सुकमा जिले के एक विद्यालय के छात्रावास में अज्ञात व्यक्ति ने एक नाबालिग लड़की के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया, जिसके बाद पुलिस ने मामले को सुलझाने के लिए आठ सदस्यीय टीम का गठन किया है।
22 जुलाई की रात हुई घटना
सुकमा के पुलिस अधीक्षक किरण जी चव्हाण ने प्रारंभिक जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि यह घटना 22 जुलाई की रात जब बच्ची एर्राबोर पुलिस स्टेशन क्षेत्र की सीमा के भीतर एक ‘पोर्टा केबिन’ स्कूल के छात्रावास में थी, तभी उसके साथ यह अपराध हुआ।
माता-पिता ने छात्रावास अधीक्षक को किया सूचित
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में शिकायत मिलने के बाद सोमवार को मामला दर्ज किया गया। एसपी ने कहा कि कक्षा 1 की 6-7 साल की छात्रा ने रविवार को अपने माता-पिता को कथित अपराध के बारे में बताया, जिसके बाद छात्रावास अधीक्षक को इसकी सूचना दी गई।
कई धाराओं के तहत मामला दर्ज
अगले दिन पुलिस में शिकायत दर्ज होने के बाद, भारतीय दंड संहिता की धारा 376 एबी (12 साल से कम उम्र की महिला से दुष्कर्म), 456 (घर में अतिक्रमण), 363 (अपहरण) और 324 (जानबूझकर चोट पहुंचाना) और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया।
मेडिकल जांच में सामने आई सच्चाई
मामले की जांच के लिए सुकमा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौरव मंडल के नेतृत्व में आठ सदस्यीय टीम गठित की गई है। उन्होंने बताया कि इसमें उप पुलिस अधीक्षक (विशेष किशोर पुलिस इकाई सुकमा) पारुल खंडेलवाल भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि बच्चे की मेडिकल जांच कराई गई है और आरोपी की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।