BMC इंजीनियर पर टूट पड़ी उद्धव सेना, दफ्तर में जड़े थप्पड़, इतने नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज

BMC यानी बृह्नमुंबई महानगर पालिका के एक अधिकारी से मारपीट के मामले में पूर्व मंत्री अनिल परब समेत उद्धव ठाकरे गुट के करीब 15 नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। शिवसेना (उद्धव बालासाहब ठाकरे) के नेता आरोप लगा रहे हैं कि बीएमसी के इंजीनियर ने एकतरफा कार्रवाई कर उनकी शाखा को तोड़ दिया था। इधर, BMC के अधिकारियों ने मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग उठाई और ऐसा नहीं होने पर काम बंद करने की चेतावनी दी है।

क्या था मामला

खबर है कि शिवसेना (UBT) नेता बांद्रा पूर्व के कुछ इलाकों में दूषित पानी की शिकायत को लेकर सहायक आयुक्त स्वप्नजा क्षीरसागर से मुलाकात करने पहुंचे थे। मोर्चा के दौरान क्षीरसागर और उद्धव गुट में जारी बहस के बीच असिस्टेंट इंजीनियर अजय पाटिल की तरफ से शाखा तोड़े जाने का मुद्दा भी उठा। जब नेताओं ने अधिकारी को पहचाना, तो उन्हें थप्पड़ मारना शुरू कर दिया। सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि परब ने भी पूछा था कि शाखा तोड़ने वाला इंजीनियर कौन है, जिसके बाद अधिकारी पर हमला हुआ।

एमएलसी परब का कहना है, ‘पाटिल ने केवल हमारी शाखा के खिलाफ कार्रवाई की और उसे तोड़ दिया। उन्होंने एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना की एक भी अवैध शाखा के खिलाफ एक्शन नहीं लिया। हमारी शाखा में छत्रपति शिवाजी महाराज और हमारे संस्थापक बालासाहब ठाकरे की मूर्तियां थीं।’

उन्होंने आगे कहा, ‘हमने टीम से कहा कि हमें प्रतिमाओं को निकालने दिया जाए, लेकिन उन्होंने तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी। हमारे लोग इससे नाराज हो गए और आदर्शों का अपमान सहन नहीं कर सके। हमारे शिवसैनिकों ने पाटिल को थप्पड़ लगा दिए। हम हमले की जिम्मेदारी लेते हैं। अब पुलिस ने हमारे लोगों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया है।’

परब का कहना है कि वे गोलीबार झुग्गी, गांधी नगर, जवाहर नगर, महाराष्ट्र नगर और ज्ञानेश्वर नगर में दूषित पानी के मुद्दे को लेकर बातचीत के लिए पहुंचे थे, लेकिन चर्चा के दौरान शाखा तोड़े जाने का मुद्दा उठा।

मुश्किल से बचे पाटिल, कार्रवाई तेज

वीडियो में नजर आ रहा है कि मारपीट के बीच बीएमसी गार्ड्स पाटिल को मुश्किल से बाहर ले गए। हमला शुरू होते ही क्षीरसागर भी कमरे से बाहर चली गईं थीं। पुलिस जेसी (लॉ एंड ऑर्डर) सत्यनारायण ने कहा, ‘हम इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेंगे। हम FIR दाखिल करने की प्रक्रिया में हैं।’

BMC के एक उपायुक्त ने बताया कि शिवसेना यूबीटी संदेश देना चाहती थी कि हम उनकी अवैध शाखाओं से दूर रहें, नहीं तो अधिकारियों पर हमले किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सहायक आयुक्त क्षीरसागर को एक समय में इतने लोगों को केबिन में आने की अनुमति नहीं देनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि एच ईस्ट वॉर्ड ऑफिस को किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए स्थानीय पुलिस को भी बुलाना चाहिए था।

शिवसेना की प्रतिक्रिया

शिवेसना प्रवक्ता शीतल म्हात्रे ने कहा, ‘वे क्यों बालासाहब की तस्वीर पर राजनीति कर रहे हैं। हमने विधानसभा में बालासाहब की तस्वीर लगाई थी। उन्होंने बालासाहब की तस्वीर तोड़ने के चलते इंजीनियर को निशाना बनाया। बालासाहब के विचारों को ताक पर रखने वाले शिवसेना (यूबीटी) सदस्यों का क्या। यह सरकार कानून में भरोसा रखती है और कार्रवाई की जाएगी।’ BMC के इंजीनियर यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष साईंनाथ राजाध्यक्ष का कहना है कि हमलावर की तत्काल गिरफ्तारी होनी चाहिए, नहीं तो हम सेवाएं बंद कर देंगे।

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