अयोध्या मंदिर के पुजारी ने आत्महत्या से पहले फेसबुक पर थे लाइव, पढ़ें पूरी खबर…
अयोध्या में कोतवाली क्षेत्र के रायगंज चौकी से चंद कदम दूर नरसिंह मंदिर के पुजारी राम शंकर दास का शव फांसी के फंदे से लटकता हुआ मिला है। इस बीच पुजारी का एक फेसबुक लाइव भी वायरल हो गया। इसमें उन्होंने क्षेत्र के दरोगा और सिपाही पर सनसनीखेज आरोप लगाया है। कोतवाल मनोज कुमार के मुताबिक उन्हें घटना की जानकारी सोमवार की सुबह 9 बजे हुई जब मंदिर की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने मुख्य दरवाजे को देर तक बंद देखा। पुलिस ने कमरे का ताला तोड़ा तो देखा वे फंदे से लटके हैं। उन्होंने बताया आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है।
इसी बीच पुजारी द्वारा बनाया गया फेसबुक लाइव वायरल होने लगा जिसमे उन्होंने मरने के पहले रायगंज पुलिस चौकी प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाने के बाद मोबाइल को ठीक जगह रखते हुए उन्होंने अपने सिर में बांधी पगड़ी खोली और उसके कपड़े से फंदा बनाकर गले में डालते हुए ऊपर किसी खूंटी से बांधते दिखे।
पुजारी ने आत्महत्या करने की बात कही थी
सात मार्च को पुजारी के ऊपर एक महिला ने मारपीट और धमकी देने का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज करवाया था इसके बाद पुजारी ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर फर्जी बताते हुए आत्महत्या कर लेने की बात कही थी इसके बाद मंदिर की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को मुस्तैद रहने को कहा गया था।
वहीं इस मामले में समाजवादी पार्टी ने सरकार परनिशाना साधा है। ट्वीट करके सपा ने सीएम योगी से सवाल पूछते हुए कहा कि योगी जी के स्वजातीय पुलिसवाले ने अयोध्या में पुजारी को ब्लैकमेल किया ,उससे लाखों की घूस मांगी जिसके परिणामस्वरूप पुजारी ने आत्महत्या कर ली। अब योगी जी जो स्वयंभू धर्म के ठेकेदार हैं वे यह बताएं कि ये पुजारी क्या हिंदू नहीं था? साथ ही कहा कि हिंदुत्व के नाम पर सत्ता हथियाकर अपने स्वजातीय पुलिसकर्मियों और गुंडों के द्वारा वसूली करवाने का खेल यूपी में योगीराज में चल रहा। इस पर योगी जी एक शब्द नहीं बोलेंगे क्यूंकि इस पर बोलने से उनकी पोल पट्टी जो खुलेगी।
इस मामले में अखिलेश यादव ने भी ट्वीट किया। उन्होंने लिखा अयोध्या में नरसिंह मंदिर के पुजारी जी द्वारा चौकी इंचार्ज पर वसूली के दबाव की वजह से फ़ेसबुक लाइव पर आकर आत्महत्या करने का दुर्भाग्यपूर्ण समाचार आया है। भाजपा के झूठे अमृतकाल में जब अयोध्या जैसी पवित्र नगरी शासन-प्रशासन के भ्रष्टाचार से त्रस्त है तो बाकी प्रदेश का क्या हाल होगा।