महादेव को भूलकर भी इस पात्र में ना चढ़ाएं दूध, भोले भंडारी हो जाएंगे नाराज

सोमवार को भगवान महादेव की खास पूजा-अर्चना की जाती है. परम्परा है कि सोमवार को विधि विधान से भगवान महादेव की पूजा करने से महादेव की कृपा प्राप्त होती है. इस दिन जो भी भक्त श्रद्धा भाव से शिव जी की पूजा-अर्चना करते हैं उनकी प्रत्येक मनोकामना पूरी होती है. भगवान शिव बहुत भोले हैं. उनकी जो भी सच्चे मन से पूजा करता है उसके सभी कष्ट महादेव दूर करते हैं. मगर कुछ बातें ऐसी हैं जो भगवान महादेव के व्रत के चलते प्रत्येक भक्त को ध्यान रखनी चाहिए. 

व्रत के दौरान इन बातों का रखें ध्यान:-

* तांबे के पात्र में रखें दूध:- 

शिवलिंग का अभिषेक करने से पहले हमेशा ये ध्यान रखें कि उनको चढ़ाने वाला दूध तांबे के पात्र में न रखा हो. इससे दूध संक्रमित हो जाता है. जिसके पश्चात् वो भगवान महादेव पर चढ़ाने योग्य नहीं होता. अभिषेक वाला दूध हमेशा पीतल, चांदी या स्टील के पात्र में रखें. भगवान महादेव को दूध चढ़ाने से वो बहुत प्रसन्न होते हैं.

* अंत मे जलाभिषेक अवश्य करें:-

शिव पूजा के चलते शिवलिंग पर दूध, दही, शहद या कोई भी वस्तु चढ़ाने के बाद जल अवश्य चढ़ाना चाहिए. आखिर में जल चढ़ाने से ही जलाभिषेक पूर्ण माना जाता है. इससे भगवान शिव खुश होते हैं.

* चंदन का तिलक लगाएं:-

धार्मिक शास्त्रों के मुताबिक, शिवलिंग पर हमेशा चंदन का तिलक लगाएं. कभी भी रोली एवं सिंदूर का तिलक नहीं लगाना चाहिए. चंदन का तिलक शिव जी को प्रिय होता है. इसलिए इस बात का खास ख्याल रखें.

* शिवलिंग की पूरी परिक्रमा न करें:-

महादेव की पूजा करते वक़्त इस बात का खास ध्यान रखें कि कभी भी शिवलिंग की पूरी परिक्रमा ना करें. जिस स्थान से दूध निर्गम का रास्ता है वहीं पर रुक जाएं तथा वापस घूम जाएं. इन बातों का ध्यान रखेंगे तो भगवान महादेव अपने भक्तों से कभी नाराज नहीं होंगे.

* शिवलिंग के पास धूप-दीप न जलाएं:-

पूजा करते वक़्त इस बात का भी ध्यान रखें कि शिवलिंग के आसपास धूप या अगरबत्ती न लगाएं. पुराणों के मुताबिक, भगवान महादेव को जितना शीतल रखा जाता है वे उतना ही प्रसन्न होते हैं. इसलिए धूप एवं अगरबत्ती हमेशा भगवान शिव से थोड़ी दूरी पर ही रखें.

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