नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म का आरोपित शिक्षक गिरफ्तार
स्कूल में कक्षा चार की छात्रा से दुष्कर्म के आरोपित शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया। उसने छात्रा को गृहकार्य देने के बहाने छुट्टी होने के बाद स्कूल में ही रोक लिया था। मामले की प्राथमिकी पीड़िता की मां ने दर्ज कराई थी। रविवार दोपहर बागवाला थाना क्षेत्र के ग्राम धारिकपुर निवासी प्राइवेट स्कूल के शिक्षक प्रमोद उर्फ पीके यादव को पुलिस ने जिरसमी नहर पुल के समीप से गिरफ्तार कर लिया।
कमरे में किया गलत काम
पूछताछ के दौरान आरोपित ने स्वीकार किया कि छुट्टी होने के बाद जब स्कूल का पूरा स्टाफ चला गया था तो उसने गृहकार्य देने के बहाने उसे रोक लिया और कमरे में अंदर ले जाकर उससे गलत काम किया था।
एएसपी धनंजय सिंह कुशवाह ने बताया कि कक्षा चार की छात्रा गांव के ही स्कूल में चार अप्रैल को पढ़ने गई थी। तभी शिक्षक प्रमोद उर्फ पीके यादव द्वारा वारदात को अंजाम दिया गया, जब दूसरे दिन भयभीत छात्रा स्कूल नहीं गई तो उसकी मां ने पूछताछ की, तब उसने आप बीती बताई थी। स्कूल में शिक्षक के न मिलने पर वह बेटी को लेकर आरोपित के घर पहुंची, जहां शिक्षक की पत्नी व बेटी ने उसके साथ गाली-गलौज कर धमकी दी थी। कोतवाली देहात की मरथरा पुलिस चौकी के प्रभारी नरेंद्र सिंह ने बताया कि घटना की प्राथमिकी पीड़िता की मां ने प्रमोद उर्फ पीके यादव के विरुद्ध दर्ज कराई थी।
अलीगंज में छात्रा से दुष्कर्म, विरोध पर दी धमकी
अलीगंज कोतवाली क्षेत्र की छात्रा से तमंचा दिखाकर बाइक पर बैठाकर ले जाने के बाद सबमर्सिबल की कोठरी में दुष्कर्म किया गया। पीड़िता ने तीन के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। शनिवार शाम पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह कक्षा 11 की छात्रा है। उसके पिता के मोबाइल पर एक बार काल आई थी। उसने फोन उठाया तो संबंधित व्यक्ति ने अपना नाम दलवीर बताते हुए कहा कि अपनी पत्नी का अल्ट्रासाउंड वहां करा लेना। पत्नी ने अल्ट्रासाउंड कराने से मना कर दिया। इसके बाद दलवीर का रोज फोन आने लगा, जिस पर मना कर दिया।
दलवीर ने मनोज यादव को दिया नंबर
आरोप है कि दलवीर ने पिता का नंबर जैथरा थाना क्षेत्र के नगला बीच निवासी मनोज उर्फ पिंकू यादव को दे दिया, जिस पर वह उससे बात करने लगा। पीड़िता का कहना है कि चार अप्रैल को भतीजे का जन्मदिन था। रात साढ़े नौ बजे मनोज ने फोन पर उसे घर से बाहर रोड पर बुलाया, जिस पर वह पहुंच गई। मनोज ने बात करते हुए तमंचा निकाल लिया और उसे जबरन बाइक पर बिठा लिया। मनोज का साथी सुधीर बाइक को भगाकर एक सबमर्सिबल की कोठरी में ले गया, जहां मनोज द्वारा उससे गलत काम किया गया, विरोध पर आरोपित द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई।
फोन से दलवीर को भी बुला लिया गया। तलाश करते हुए वहां पहुंचे भाई ने सुधीर और मनोज को पहचान लिया। आरोपित उसे जैथरा में छोड़कर भाग गए। इंस्पेक्टर प्रेमपाल सिंह ने बताया कि पीड़िता द्वारा देर से दी तहरीर पर मनोज, सुधीर और दलवीर के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली है।