बेलेश्वर महादेव मंदिर के अवैध निर्माण पर प्रशासन का चला बुलडोजर, रामनवमी के दिन इतने लोगों की गई थी जान

इंदौर, मध्य प्रदेश के इंदौर में रामनवमी के दिन बावड़ी धंसने से 36 लोगों की जांन चल गई थी। हादसे से सबक लेते हुए इंदौर नगर निगम और पुलिस ने सोमवार सुबह बड़ी कार्रवाई शुरू की। 

कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया। व्यवस्था संभालने के लिए जूनी इंदौर, भंवरकुंआ, रावजी बाजार सहित चार थानों का पुलिस बल तैनात है। नगर निगम पांच से अधिक पोकलेन मशीन से कार्रवाई की जा रही है।

इसके अलावा नगर निगम ने अब तक कि सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए शहर के अन्य तीन स्थानों पर भी कार्रवाई की है। ये कार्रवाई स्नेह नगर गार्डन, जहां हादसा हुआ था। दूसरी कार्रवाई ढक्कन वाला कुआं, तीसरी कार्रवाई सुखलिया ओर चौथी कार्रवाई गडरा खेड़ी में चल रही है। तोड़े गए धार्मिक स्थल के मलबे को बावडी में डालकर उसमें भराव किया जा रहा है।

प्रशासन ने ऐसे स्थानों को चिन्हित किया है जहां बावड़ी या कुएं हैं और जिसे लोगों ने अतिक्रमण कर लिया। सुबह जब लोग रामनवमी हादसे वाले स्थान पर मंदिर पहुंचे, तो उन्हें बाहर ही रोक दिया गया। बहस करने वालों पर लट्ठ भी चलाए गए। मीडिया को भी बाहर रखा गया है।

जानकारी के मुताबिक, रविवार रात 12 बजे नोटिस चिपकाया गया था। जेसीबी डंपर रात को ही आ गए थे और सुबह 6 बजे कारवाई शुरू हुई। हर घर के आगे पुलिस मौजूद रही। पहले निर्माणाधीन मंदिर की दीवारें तोड़ी गई और फिर आम बावडी वाले मंदिर से मूर्तियों को हटाया गया। 

मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये

बता दें, मध्य प्रदेश के इंदौर के पटेल नगर इलाके में रामनवमी के अवसर पर बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में आयोजित ‘हवन’ के दौरान एक बावड़ी की छत गिरने से कई श्रद्धालु उसकी चपेट में आ गए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।

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