बिहार: जेठुली गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात, पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे नेता
जमीन और पार्किंग में विवाद में फतुहा के नदी थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थित जेठुली गांव में हुई गोलीबारी और दो दिनों तक आगजनी के बाद चौथे दिन सन्नाटा पसरा हुआ था। गांव में हिंसा के बाद भारी संख्या में तैनात पुलिस बल से गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। बुधवार को गांव में लोगों का आना-जाना तो था, लेकिन बिना वजह कोई घर से नहीं निकल रहा था। घर और वाहनों की आग अब बुझ चुकी है, लेकिन उसके निशान हिंसा की तस्वीर बयान कर रहे थे। आरोपितों और उनके समर्थकों के घर के आसपास पुलिस पहरा दे रही थी।
हिंसा और आगजनी की भारी घटना के बाद जांच के लिए एसआइटी का गठन किया गया था। फिलहाल तीन दर्जन से अधिक उपद्रवियों और हत्यारोपितों की तलाश में एसआइटी लगातार छापेमारी कर रही है। इसके अतिरिक्त टीम पांच अन्य से भी मामले में पूछताछ कर रही है।
पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे नेता
स्थिति धीरे-धीरे सामान्य तो हो रही है, लेकिन इस मामले ने अब एक राजनीतिक रूप ले लिया है। चौथे दिन प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा एवं राज्य सरकार के खनन एवं भूतत्त्व मंत्री डॉ. रामानन्द यादव गांव में पहुंचे और मृतक गौतम, रौशन एवं मुनारिक राय के स्वजनों से मिले।
प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि यह दुखद घटना है। राज्य में हत्या, लूट, दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ गई हैं। भूमाफिया, शराब माफिया और बालू माफिया का बोलबाला है, जिसके कारण आपराधिक घटनाएं बढ़ गई है। जेठुली गोलीबारी इसी का नतीजा है। इस बात को वे सदन में उठायेंगे। उन्होंने वहां मौजूद लोगों से कहा कि आप लोग एकजुट होकर अपराधियों का विरोध करें। अगर आपको अधिवक्ता की जरूरत हो तो मैं निशुल्क सेवा दूंगा।
पीड़ित स्वजनों से मिलने पहुंचे मंत्री डॉ. रामानन्द यादव ने कहा कि किसी भी कीमत पर अपराधियों को बख्शा नही जाएगा। आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। पीड़ितों को न्याय जरूर मिलेगा। पुलिस और सरकार पर भरोसा रखें।
घटना के बाद से आरोपित घर छोड़कर फरार
बुधवार को भी छह पुलिस पदाधिकारी और 60 से अधिक जवान गांव में मौजूद थे। सुबह होते ही पुलिस गांव की गलियों में फ्लैग मार्च करती दिखी। फिलहाल दिनभर गांव में शांति रही। वहीं, घटना के बाद से ही आरोपित और उनके समर्थक घर छोड़कर फरार है। उधर मृतक के स्वजन बार-बार पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं। उनका आरोप है कि पहले दिन पुलिस के सामने ही गोलीबारी हुई, लेकिन पुलिस देखती रही। अब तक आरोपित फरार हैं।
क्या है मामला
रविवार को जेठुली गांव में पार्किंग के विवाद में दो पक्षों में गोलीबारी हो गई थी। इसमें एक पक्ष के पांच लोगों को गोली लगी थी, जिसमें तीन की मौत हो गई थी। घटना के बाद उग्र लोगों ने आरोपित के घर और विवाह घर में आग लगा दी थी और आधा दर्जन से अधिक वाहनों को फूंक दिया था। दूसरे दिन सोमवार की सुबह फिर आरोपित के विवाह घर में आग लगा दी गई और उसके दो समर्थकों का घर जला दिया गया। इसके साथ ही गैस गोदाम सहित अन्य घरों में लूटपाट भी हुई। पुलिस ने इस मामले में तीन केस दर्ज किए हैं। अब तक 24 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।