सलमान रुश्दी ने आलोचक को दिया मजेदार जवाब, हाजिर जवाबी से ट्रोलर का मुंह हुआ बंद
ब्रिटिश भारतीय लेखक सलमान रुश्दी पर बीते साल छह महीने पहले न्यूयार्क में छुरा घोंपकर हमला किया गया था। हमले में उनकी जान बाल-बाल बची थी और उन्होंने अपनी एक आंख तक गंवा दी।
वहीं, इस बड़े हादसे के बाद सलमान रुश्दी ने अपनी नई किताब ‘विक्ट्री सिटी’ का प्रकाशन किया। यह किताब 14 वीं शताब्दी की एक ‘महाकाव्य कहानी’ है, जो एक ऐसी महिला पर आधारित है जो एक शहर पर शासन करने के लिए पूरी दुनिया को चुनौती देती है।
9 फरवरी को, श्री रुश्दी ने भारत में अपनी किताब की रिलीज की घोषणा करने के लिए ट्विटर पर ट्वीट किया। इस दौरान कई ट्वीटर यूजरों ने रुश्दी के ट्वीट पर कमेंट किया।
@jevstatije नाम के ट्विटर हैंडल ने उनकी किताबों और लेखन शैली पर टिप्पणी करते हुए Sh*t लिखा। इस शब्द को पढ़ने से ऐसा लग रहा है कि यूजर सलमान रुश्दी की आलोचना कर रहा है। हालांकि, रुश्दी ने अपनी हाजिर जवाबी का नमूना पेश करते हुए यूजर को ऐसा जवाब दिया जिसे आप पढ़ कर लेखक की तारीफ करने लगेंगे।
लेखक रुश्दी ने लिखा कि आपके ट्वीट से यह पता नहीं चल रहा है कि आप Shut? या Shot?… क्या लिखना चाहते हैं? इस मैसेज के जरिए लेखक ने यूजर के ही मजे ले लिए।
सलमान रुश्दी के सेंस ऑफ ह्यूमर से कई यूजर प्रभावित हुए। उनके इस ट्वीट पर इंटरनेट यूजर्स के भी खूब रिएक्शन आ रहे हैं। साझा किए जाने के बाद से इसे आठ लाख से अधिक बार देखा जा चुका है और नौ हजार से अधिक पसंद किया जा चुका है।
संस्कृत महाकाव्य का अनुवाद है रुश्दी की किताब
सलमान रुश्दी (Salman Rushdie) ने यह किताब उन पर हुए हमले से पहले लिखी थी और उपन्यास मूल रूप से संस्कृत में लिखे गए एक ऐतिहासिक महाकाव्य का अनुवाद है। किताब अनाथ लड़की पम्पा कम्पाना की कहानी को बताता है, जो जादुई शक्तियों से संपन्न थी और शहर को आधुनिक भारत में बिस्नगा के रूप में दर्शाती है।
रुश्दी पर न्यूयॉर्क में हुआ था हमला
बता दें कि सलमान रुश्दी पर बीते साल अमेरिका के न्यूयार्क में एक कार्यक्रम के दौरान हमला हुआ था। भारत में जन्में रुश्दी पर एक कार्यक्रम के दौरान हमलावर हादी मतर ने उनकी गर्दन पर कई वार कर दिए थे। हमले में रुश्दी ने एक आंख और एक हाथ भी गंवा दिया था।
रुश्दी के खिलाफ जारी किया गया था फतवा
बता दें कि 75 वर्ष के सलमान रुश्दी के खिलाफ ईरान के सर्वोच्च नेता ने फतवा तक जारी किया था। रुश्दी की विवादित किताब ‘द सैनेटिक वर्सेज’ को लेकर ईरान के नेता ने मुस्लमानों को रुश्दी को मारने का आह्वान किया था। बता दें कि किताब में पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ गलत टिप्पणी की गई थी। इसको लेकर कई मुस्लिम देशों ने ऐतराज जताया था।