यूपी: 28 लाख के नकली नोट के साथ 10 आरोपितों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
मुरादाबाद पुलिस ने पांच गुणा महंगी जमीन बिकवाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के 10 आरोपितों को गिरफ्तार किया। आरोपितों के पास से दो हजार के नोट की फोटो कापी किए हुए 28 लाख 50 हजार रुपये के नकली नोट के साथ ही अन्य सामान बरामद किया। पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
ठगी की दी थी जानकारी
मैनाठेर थाना क्षेत्र के महमूदपुर माफी गांव निवासी किसान इब्राहिम ने आठ फरवरी को थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसमें अपने साथ 20 लाख रुपये की ठगी की जानकारी दी थी। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने के बाद इस मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि 10 लोगों का गिरोह क्षेत्र में सक्रिय है, जो किसानों को पहले पांच गुणा रेट में जमीन बिकवाने का लालच देकर ठगने का काम कर रहा है।
पुलिस ने इन्हें किया गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में गुरुवार को आरोपित महावीर सिंह निवासी मझोली चौराहा थाना मझोला, बाबूराम निवासी गंगापुर थाना सिविल लाइंस जिला रामपुर, दलवीर सिंह निवासी लालपुर थाना भगतपुर, संजीव कुमार उर्फ नितिन निवासी खबरिया घाट थाना भगतपुर, राजेंद्र कुमार निवासी लाइनपार हनुमान नगर थाना मझोला, अमरपाल निवासी सलारपुर माफी थाना डिडौली जिला अमरोहा, सतवीर सैनी निवासी मौढ़ातैया थाना पाकबड़ा, जयप्रकाश निवासी पिलकपुर गुमानी थाना ठाकुरद्वारा, संजीव कुमार उर्फ निक्कूी निवासी कांशीराम नगर थाना मझोला, इरशाद अहमद निवासी मीरगंज मुहल्ला बाबर नगर मीरगंज जिला बरेली को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने आरोपितों के पास 28 लाख 50 हजार रुपये के नकली नोट, 11 हजार रुपये असली, चार तमंचे, सात कारतूस, चार कार, एक बाइक, 12 मोबाइल फोन बरामद किए।
झांसे में लेने के लिए गढ़ते थे फिल्मी कहानी, सभी निभाते थे किरदार
आरोपित ठगी करते समय फिल्मी अंदाज में एक पटकथा के तहत काम करते और सभी के अपने-अपने रोल निर्धारित होते हैं। जिसमें कोई बड़ा सेठ, अधिवक्ता, साहूकार, सुरक्षा कर्मी, फैक्ट्री के मालिक के साथ ही अन्य तरह के किरदार निभाते थे। आरोपितों ने बताया कि गैंग का सदस्य पहले क्षेत्र में जमीन बेचने वाले किसानों के बारे में पता करता है। इसके बाद वह ग्राहक बनकर उनके पास पहुंच जाता है। किसान की जमीन अगर एक लाख रुपये बीघे की होती है, तो उसे पांच लाख रुपये बीघे में खरीदने लालच दिया जाता है। इसके बाद अपने गिरोह के एक सदस्य को बड़ा सेठ बनाकर किसान के सामने लाते।