वीकेंड पर घूमने का बना रहे हैं प्लान, तो इन देव स्थानों के जरूर करें दर्शन
भारत विभिन्नताओं का देश है। इस देश में सभी धर्मों के लोग एक साथ मिलजुल कर रहते हैं। देश में कई प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल हैं। इन स्थलों को यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त है। अगर आप भी वीकेंड ट्रिप पर देव दर्शन करना चाहते हैं, तो धार्मिक स्थलों की यात्रा जरूर करें। आइए, सनातन धर्म के पवित्र और प्रमुख स्थलों के बारे में जानते हैं-
द्वारका, गुजरात
अगर आप धार्मिक यात्रा पर जाना चाहते हैं, तो भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने द्वारका जा सकते हैं। द्वारका को भगवान श्रीकृष्ण की राजधानी भी कहा जाता है। यह शहर गुजरात राज्य में स्थित है। द्वारका में स्थित भगवान श्रीकृष्ण के मंदिर का निर्माण भगवान श्रीकृष्ण के परपोते ने कराया है। कालांतर से मंदिर का विस्तार होता रहा है। इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति चांदी स्वरूप में है। यह मंदिर 5 मंजिला है, जो 72 खंभों पर खड़ा है। द्वारका मंदिर के शिखर की ऊंचाई 78.3 मीटर है। इस पर 84 मीटर ध्वजा लहराती रहती है। इस ध्वजा को दिन में पांच बार बदला जाता है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान कृष्ण के दर्शन करने द्वारका जाते हैं। सनातन धर्म के अनुयायियों का मंदिर में अगाध श्रद्धा है।
रामेश्वरम, तमिलनाडु
आप अपने परिवार के साथ धार्मिक यात्रा के लिए रामेश्वरम जा सकते हैं। सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए यह प्रमुख तीर्थ स्थल हैं। रामेश्वरम भारत के दक्षिणी राज्य तमिलनाडु में स्थित है। सनातन शास्त्रों के अनुसार, यह चार धामों में धाम है। साथ ही रामेश्वरम में ज्योतिर्लिंग भी स्थापित है। चेन्नई से रामेश्वरम की दूरी तकरीबन 600 किलोमीटर है। यह खूबसूरत धार्मिक स्थल बंगाल की खाड़ी से घिरा है। सनातन धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, त्रेता युग में भगवान श्रीराम ने लंका विजय से पूर्व रामेश्वरम में ज्योतिर्लिंग स्थापना कर भगवान शिव जी की पूजा की थी। इसके अलावा, रामेश्वरम के पास समुद्र में राम सेतु भी अवस्थित है। यह सेतु श्रीलंका तक है। इस सेतु के जरिए भगवान राम और उनकी सेना श्रीलंका पहुंचे थे।
बेलूर, कर्नाटक
आप धार्मिक यात्रा के लिए बेलूर जा सकते हैं। यह धार्मिक स्थल शिल्प कला के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। इतिहास के पन्नों को पलटने से पता चलता है कि 11 सदी में यह होयसल वंश के अधीन था। बेलूर में शिल्प कला को प्रसिद्ध होयसल राजवंश के समय मिली। बेलूर में स्थित चेन्नाकेशव मन्दिर का निर्माण होयसल वंश के राजा विष्णुवर्धन ने सन 1117 में कराया था। चेन्नाकेशव मंदिर के लिए बेलूर प्रसिद्ध है। देव दर्शन और मध्यकालीन वास्तुकला से रूबरू होने के लिए बेलूर जरूर जाएं।