दून अस्पताल में मरीजों को अल्ट्रासाउंड के लिए करना पड़ रहा लंबा इंतजार, जानें क्यों?
देहरादून : रेडियोलॉजिस्ट की कमी के चलते देहरादून के सरकारी दून अस्पताल में हफ्ते में सिर्फ 3 दिन ही अल्ट्रासाउंड हो रहा है. वहीं, मरीजों को 1 महीने के बाद का नंबर मिल रहा है. ऐसे में मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. जबकि जौलीग्रांट से देहरादून के सरकारी अस्पताल में अल्ट्रासाउंड कराने पहुंची आशा ने बताया कि उनका जल्दी ऑपरेशन होने वाला है, लेकिन बावजूद इसके उन्हें अल्ट्रासाउंड का नंबर नहीं मिला है. वह निराश ही वापस जा रही हैं. उन्होंने कहा कि यह बहुत जरूरी है, इसीलिए उन्हें निजी लेब से ही अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ेगा.
वहीं, पूनम बताती हैं कि पिछले 3 दिनों से वह चक्कर लगा रही हैं, लेकिन अब तक उन्हें अल्ट्रासाउंड का नंबर नहीं मिला है. पूनम ने बताया कि वह सब्जी बेचने का काम करती हैं, लिहाजा रोजाना अस्पताल के चक्कर काटने से उनका काम नहीं हो पा रहा है. पूनम का कहना है कि बाहर प्राइवेट लैब में अल्ट्रासाउंड नहीं करवा सकते हैं, इसलिए सरकारी अस्पताल में आए थे. यहां आकर भी कोई फायदा नहीं है. उन्होंने बताया कि उनके पति मजदूरी करते हैं और उन्हें अकेले ही बीमारी की हालत में अस्पताल आना पड़ रहा है. वहीं, बिना कोई काम किए वापस जाना पड़ रहा है.
देहरादून निवासी राज गुंसाई का कहना है कि वह मरीज को लेकर यहां अल्ट्रासाउंड कराने आए, लेकिन अल्ट्रासाउंड समय पर नहीं होने से उन्हें काफी दिक्कत होगी. उन्होंने कहा कि गरीब आदमी के लिए अगर सरकारी अस्पताल में सुविधाएं नहीं मिलेगी तो वह कहां जाएगा?
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दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना का कहना है कि अस्पताल में राज्यभर से लोग आते हैं. भीड़ ज्यादा है और रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति के लिए प्रत्येक माह में कुछ सीटे निकाली जाती हैं, लेकिन कम तनख्वाह आदि के चलते रेडियोलॉजिस्ट ज्वाइन नहीं करते हैं, इसलिए विभाग को पत्र भी लिखे गए हैं.