जांच शुरू होने के पहले ही ध्वस्त नाले का शुरू कराया निर्माण शिकायत कर्ताओं ने कांटा हंगामा
- बीडीओ ने जांच पूर्ण होने तक काम पर लगाई रोक
भरुआ सुमेरपुर। घटिया निर्माण के बाद करीब दो माह पूर्व पहली बारिश में ही ध्वस्त हुए मनरेगा योजना के निर्मित नाला की जांच होने के पूर्व ही दोबारा निर्माण शुरू करा देने पर शिकायत कर्ताओं ने कड़ी आपत्ति जताते हुए जांच टीम के सामने जमकर हंगामा काटा। ग्राम पंचायत सदस्यों के हंगामे पर खंड विकास अधिकारी को मौके पर जाकर स्थित को संभालना पड़ा।
ग्राम पंचायत सिमनौडी के ग्राम पंचायत सदस्य रोहित कुमार, मंजू देवी, रजनी देवी, मनोज कुमार, चुन्नी देवी, अशोक कुमार आदि ने अगस्त माह में जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर अवगत कराया था कि पंचायत में मनरेगा योजना से बनाया गया नाला पहली बरसात में ही ढह गया है। यह नाला किशोरी के बवारा से लालबहादुर के खेत तक बना था। जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी को जांच के आदेश दिए थे।
बीडीओ ने 25 अगस्त को एडीओ पंचायत मनफूल पाल, अवर अभियंता आरईएस दिनेश कुमार यादव, अवर अभियंता लघु सिंचाई सदानंद यादव व एपीओ मनरेगा विकास चंद्र सिंह को नामित करके जांच रिपोर्ट तलब की थी। जांच टीम के गठन होते ही तत्कालीन सचिव रही प्रियंका देवी ने प्रधान की मिलीभगत से ध्वस्त नाले का निर्माण कार्य शुरू करा दिया। निर्माण कार्य शुरू होने की जानकारी मिलने पर शुक्रवार को जांच टीम मौके पर पहुंची।
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जिस पर शिकायत कर्ताओं ने हंगामा खड़ा कर दिया और जांच पूर्ण होने तक कार्य बंद रखने की मांग की। सदस्यों के हंगामे पर जांच टीम ने बीडीओ को अवगत कराया। सूचना पाकर बीडीओ विपिन कुमार मौके पर पहुंची और नाले का निर्माण बन्द कराया। उन्होंने बताया कि जब तक जांच नहीं पूर्ण होगी। तब तक निर्माण नहीं कराया जाएगा। ब्लाक प्रमुख जयनारायण सिंह यादव ने बताया कि जांच लग जाने पर निर्माण कराना नियमानुसार सही नहीं है। जांच पूर्ण होने के बाद ही दोबारा निर्माण कार्य कराया जा सकता है।