हिरासत में प्रियंका-राहुल समेत कई कांग्रेसी सांसद, केंद्र पर लगाए गंभीर आरोप तो भाजपा ने पूछा- क्यों है जांच एजेंसियों का डर
नयी दिल्ली। कांग्रेस ने महंगाई, बेरोजगारी, जीएसटी जैसे मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार को घेरने के लिए विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल, अधीर रंजन चौधरी, जयराम रमेश समेत कई सांसदों और कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया।
दरअसल, कांग्रेस संसद से लेकर राष्ट्रपति भवन तक महंगाई, बेरोजगारी और जीएसटी के मुद्दों को लेकर मार्च करने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने कांग्रेस सांसदों को विजय चौक पर ही रोक दिया। ऐसे में कांग्रेस के कई सांसद सड़क पर ही बैठ गए, जिन्हें उठाने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। अंतत: पुलिस ने कई कांग्रेस सांसदों और कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।
इसी बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा और कहा कि उन्होंने पूरे देश की संपत्ति अपने दोस्तों को दे दी। उन पर कोई कार्रवाई नहीं है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि इनको (केंद्र सरकार को) लगता है कि विपक्ष में जो भी है उनको दबा सकते हैं। उनको लगता है कि अपनी फौज दिखाने के बाद हम समझौता कर लेंगे… इनके मंत्री कहते हैं कि महंगाई नहीं है। हम प्रधानमंत्री आवास तक जाकर महंगाई दिखाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि उनके लिए मंहगाई नहीं है क्योंकि मोदी जी ने पूरे देश की संपत्ति अपने दोस्तों को दे दी है। उन पर कोई कार्रवाई नहीं है। 2-4 लोग रईस हो गए हैं लेकिन आम जनता तड़प, तरस रही है। उनको महंगाई इसलिए नहीं दिखती क्योंकि उनके पास पैसा ही पैसा है। सब चीज़ें महंगी हो चुकी हैं।
इसी बीच केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि उनको जांच एजेंसियों का डर क्यों है? आखिरकार छिपा क्या रहे हैं? क्यों सड़कों पर उतर रहे हैं? जनता बार-बार एक सवाल पूछती है कि गुनहगार को गुनाह छिपाने के लिए सबका सहयोग क्यों लेना पड़ रहा है?
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार करना और ऊपर से सीना चौड़ा करके सरकार और जांच एजेंसियों पर दवाब बनाना, ये कहां का न्याय है। सोनिया जी, राहुल जी इस तरह का खेल मत खेलिए। देश सच्चाई जानना चाहता है और जांच एजेंसी जांच करना चाहती हैं।