उत्तराखंड :फूलों की घाटी में पर्यटकों को रेस्क्यू किया गया, हेमकुंड साहिब यात्रा हुई बहाल

दिल्लीः उत्तराखंड में भारी बारिश का दौर अभी जारी रहने वाला है. मौसम विभाग ने कम से कम 7 जिलों में आज 21 जुलाई को काफी बारिश होने का अनुमान दिया है. बागेश्वर ज़िले के लिए तो ऑरेंज अलर्ट जारी है और यहां सरयू नदी खतरनाक दिख रही है. प्रशासन ए​हतियात बरत रहा है. वहीं, चमोली ज़िले में धूप खिलने के साथ ही हेमकुंड साहिब यात्रा बहाल कर दी गई है, तो फूलों की घाटी जाने वालों को इंतज़ार करना पड़ेगा. यहां कल अतिवृष्टि के चलते फंसे 50 से ज़्यादा पर्यटकों को सुरक्षित भी निकाला गया.

राज्य के कई ज़िलों में आज गुरुवार को बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है. रुद्रप्रयाग, चमोली, नैनीताल में अच्छी बारिश के अनुमान के साथ ही बागेश्वर, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ में भारी बरसात होने की चेतावनी मौसम विभाग ने दी है और विशेषकर यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह भी दी है. राज्य भर में 15 स्टेट हाईवे समेत कुल 175 मार्ग ठप बताए जा रहे हैं. वहीं, बागेश्वर में आज सभी स्कूल, कॉलेजों व आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं और पुलिस व प्रशासन को अलर्ट मोड पर तैनात रखा गया है.

बागेश्वर में लोगों को नदी किनारे नहीं जाने की हिदायत दी गई है और उफन रही सरयू नदी के किनारे जल पुलिस तैनात है. ज़िला आपदा प्रबंधन कार्यालय के अनुसार बारिश से कपकोट के शामा में एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया है, जबकि सात सड़कें मलबा आने व भूस्खलन के चलते बंद हैं. गुरुवार को कपकोट क्षेत्र में स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखने के निर्देश हैं. ऐसे ही निर्देश आज के लिए चमोली ज़िले में भी दिए गए हैं.

चमोली ज़िले में आज धूप खिलने के बाद हेमकुंड साहिब यात्रा फिर शुरू कर दी गई, जो कल बादल फटने जैसी बारिश के बाद रोकी गई थी. इधर, नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के उप वन संरक्षक नंद बल्लभ शर्मा ने बताया कि विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी में बुधवार को भारी बारिश के बाद नाले अचानक उफने थे, जिससे रास्ते टूटे और 50 से अधिक पर्यटक 2 से 3 घंटों तक फूलों की घाटी में फंसे रहे. एसडीआरएफ, पुलिस और वन विभाग की टीमों ने पर्यटकों को रेस्क्यू कर सुरक्षित घांघरिया पहुंचाया.

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