14 जुलाई से शुरू हो रहा सावन,भक्तों ने रुद्राभिषेक और पूजा अर्चना के लिए कराया एडवांस बुकिंग
दिल्लीः बाबा भोलेनाथ का प्रिय माह सावन इस साल 14 जुलाई से शुरू हो रहा है, जो कि 12 अगस्त तक चलेगा. इस बार सावन के महीने में चार सोमवार पड़ेंगे. पहला सोमवार 18 जुलाई, तो दूसरा सोमवार 25 जुलाई, तीसरा सोमवार 1 अगस्त और अंतिम सोमवार 8 अगस्त को पड़ेगा. सावन को लेकर लखनऊ की सभी बड़े शिवालयों में तैयारियां अंतिम दौर में हैं. सभी मंदिर सज धज के तैयार हो रहे हैं. भक्तों ने रुद्राभिषेक और पूजा अर्चना कराने के लिए एडवांस बुकिंग भी करा ली है.
इसके अलावा लखनऊ शहर की तीन प्राचीन मंदिर जैसे मनकामेश्वर, श्री महाकाल मंदिर और बुद्धेश्वर मंदिर में मंदिर खुलने का समय भी अलग-अलग है. आइए विस्तार से जानते हैं कि आखिर किस शिव मंदिर के पट भक्तों के लिए कितने बजे खुलेंगे और क्या होगा खास.
यहां पर सुबह 5:00 बजे भक्तों के लिए 14 जुलाई को कपाट खोल दिए जाएंगे और पूरे सावन भर यही समय रखा जाएगा. सुबह 5:00 बजे से लेकर शाम 6:30 बजे तक भक्त शिव शंकर का रुद्राभिषेक कर सकेंगे. सोमवार को ज्यादा भीड़ होने की वजह से इस दिन मंदिर में खास व्यवस्था होगी. महिला और पुरुषों के लिए अलग लाइन होगी. महिला और पुरुष अलग-अलग कोने से भोलेनाथ को जल अर्पित कर सकेंगे. इसके बाद एक घंटे के लिए 8:00 बजे रात में मंदिर को बंद किया जाएगा. इसमें आरती की जाएगी. इसके बाद 9:00 से दोबारा भक्तों के लिए मंदिर के द्वार खोल दिए जाएंगे, जो कि रात 12:00 बजे तक खुले रहेंगे. इस मंदिर में इस बार एक नया नियम लागू हुआ है जिस महिला या पुरुष को गर्भ गृह के अंदर से रुद्राभिषेक करना होगा उसे उज्जैन महाकाल के नियमों का पालन करना होगा. जैसे पुरुषों को धोती और महिलाओं को साड़ी पहनना अनिवार्य कर दिया गया है.
श्री महाकाल मंदिर, राजेंद्र नगर
श्री महाकाल मंदिर राजेंद्र नगर में 14 तारीख को 4:00 बजे कपाट खुल जाएगा, जिसमें पुजारी पूजा करेंगे. अखंड ज्योत जलाई जाएगी, जो पूरे सावन माह भर जलेगी. यह अखंड ज्योत उज्जैन महाकाल से लाई जाएगी. 14 तारीख से लेकर 10 अगस्त तक यहां पर 24 घंटे भक्तों के कपाट खुले रहेंगे. सुबह 6:30 बजे से लेकर करीब 12:00 बजे तक भक्त रुद्राभिषेक कर सकेंगे. फिर 1:00 बजे से लेकर करीब 3:00 बजे तक उन भक्तों को समय दिया जाएगा जिन्होंने एडवांस बुकिंग की है. शाम 4:00 बजे बाबा का श्रृंगार होगा और शाम 5:30 भक्तों के लिए दोबारा कपाट खोल दिए जाएंगे. इसके बाद रात 8:00 बजे आरती होगी. इसके बाद मंदिर भक्तों के लिए रात 12:00 बजे तक खुला रहेगा, जो भी भक्त उज्जैन महाकाल से हरिहर जल लाकर भोलेनाथ पर अर्पित करना चाहेंगे उनके लिए एक नियम यहां पर लागू किया गया है. वह नियम यह होगा कि महिलाओं को साड़ी और पुरुषों को धोती पहनना अनिवार्य है. सुबह के 5:00 बजे महाआरती होगी. भस्म आरती रोज प्रातः 4:00 बजे होगी, जो पूरे सावन महीने भर चलती रहेगी. साथ ही महादेव को छप्पन भोग का प्रसाद भी चढ़ाया जाएगा. इसके अलावा श्री महाकाल मंदिर राजेंद्र नगर के नाम से जो भी भक्त इंस्टाग्राम, फेसबुक, यूट्यूब पर ऑनलाइन आरती देखना चाएंगे उन्हें ऑनलाइन दर्शन का मौका मिलेगा.