अपनी ही अपहरण की कहानी 14 साल की लड़की
दिल्लीः
पूरे ज़िले में 14 साल की लड़की के अपहरण की खबर से हड़कंप मचा और पुलिस को जब यह लड़की गांव के पास से मिली तो पूरे मामले का चौंकाने वाला खुलासा भी हुआ और एक कहानी का पटाक्षेप भी. कहानी इसलिए सनसनीखेज़ रही क्योंकि लड़की दो दिन से गायब थी, उसने परिजनों को अपहरण होने की बात कही थी और परिजनों ने मुकदमा दर्ज कराया तो पुलिस अफसर ज़िले भर में दौड़ते भागते दिखे. अब लड़की का झूठ सामने आने पर परिजन उस पर कोई साया होने की बात कह रहे हैं.
ऊखीमठ के भींगी गांव में 14 साल की लड़की के अपहरण की बात तब सामने आई, जब वह दवाई लेने के लिए रुद्रप्रयाग गई थी. इस लड़की ने अपने परिजनों को फोन करके बताया कि कोई इसे गाड़ी की डिग्गी में बिठाकर ले गया. यही नहीं, पिता के कहने पर खुद लड़की ने ही पुलिस के हेल्पलाइन नंबर 112 पर शिकायत भी दर्ज करवा दी. इधर, उसके परिजनों ने थाने में अपहरण का केस लिखवा दिया. ऐसा मामला आते ही रुद्रप्रयाग पुलिस के हाथ पैर फूल गए और एसपी आयुष अग्रवाल ने फौरन अफसरों को छानबीन में लगा दिया.
कैसे खुला लड़की का झूठ और लोकेशन?
पहाड़ में इस तरह की घटना होना आम बात नहीं है इसलिए पुलिस काफी परेशान दिखी. फिर पुलिस ने लड़की के मोबाइल नंबर को ट्रेस करना शुरू किया. गांव के पास ही लोकेशन मिली तो पुलिस ने चौक बाज़ार से लड़की को बरामद कर लिया. तब लड़की ने बताया कि वह दवाई लेने के बहाने तिलवाड़ा तक घूम फिरकर गांव लौट आई. तब उसे डर सताने लगा कि अब घर पर क्या बोलेगी इसलिए वह गांव के आसपास ही छिप गयी और परिजनों को झूठ बोल दिया.
पूरे मामले में अब पुलिस लड़की व लड़की के परिजनों से पूछताछ कर रही है कि लड़की ने ऐसा क्यों किया. सूत्रों के अनुसार लड़की के परिजनों का कहना है कि लड़की पर छल यानी भूत का साया है. कई बार पंडित से इलाज करवाने का दावा भी किया जा रहा है. इधर, अब ज़िले में दो दिन के इस झूठे अपहरण कांड को लेकर चर्चा बनी हुई है.