कॉन्स्टेबल संदीप पर हमला करने वाले आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में लिया
दिल्लीः राजस्थान के राजसमंद जिले के भीम कस्बे में कन्हैया लाल हत्याकांड के बाद 29 जून को हुए उग्र प्रदर्शन हुए थे. इस प्रदर्शन के दौरान कॉन्स्टेबल संदीप पर धारदार हथियार से हमला करने वाले 3 आरोपियों को पुलिस ने गुजरात से डिटेन किया है. राजसमंद पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि 28 जून को कन्हैया लाल हत्याकांड के बाद 29 जून को भीम कस्बे में हिंदू संगठनों द्वारा ज्ञापन देने का कार्यक्रम था. कस्बे में शांतिपूर्ण तरीके से उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया. लेकिन भीम के पाटिया ग्राउंड की तरफ से पुलिस को 200 से 300 की संख्या में भीड़ आने की सूचना मिली. जिस पर पुलिस जाब्ता लगाया गया, लेकिन भीड़ की शक्ल में कई आदतन अपराधी और असामाजिक तत्व उसमें शामिल थे. उन्होंने कस्बे में हंगामा शुरू कर दिया.
वहीं इस हंगामे के बीच भीड़ से धारदार हथियार के साथ कुछ बदमाश किस्म के लोगों ने पुलिस कॉन्स्टेबल संदीप चौधरी पर हमला कर दिया. जिसमें कॉन्स्टेबल संदीप चौधरी को गले पर गंभीर चोटें आई, जिसके बाद उसे ब्यावर रैफर किया गया. इसके बाद भी हालत गंभीर होने के कारण अजमेर रेफर किया गया. जहां उसका इलाज चल रहा है. इस घटनाक्रम के बाद से पुलिस ने बदमाशों की धरपकड़ शुरू की और करीब 27 लोगों को गिरफ्तार किया, लेकिन पुलिस कॉन्स्टेबल संदीप पर हमला करने वाले तीन मुख्य अभियुक्तों की तलाश करनी थी.
जिस पर पुलिस की अलग-अलग टीमों ने मुख्य आरोपी बलवीर उर्फ विरसा, श्रवण सिंह और महावीर को पकड़ने के लिए दबिश दी लेकिन यह पकड़ में नहीं आए. जिसके बाद राजसमंद पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी के निर्देशन SI संजय गुर्जर के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित कर घटना के मुख्य आरोपी बलवीर उर्फ विरसा की गिरफ्तारी के लिए टीम को गुजरात भेजी गई. जहां पुलिस ने अहमदाबाद में बस स्टैंड रेलवे स्टेशन इलाकों में सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो पता चला कि ये आरोपी 1 दिन पहले अहमदाबाद छोड़ कर जा चुके हैं. गुजरात एटीएस और राजसमंद पुलिस द्वारा साइबर सेल के सहयोग से आरोपियों की लोकेशन ट्रेस की तो वह बड़ौदा के पास मिली.