बेलगाम महंगाई को रोकने के लिए US फेडरल रिजर्व ने ब्याज दर में की बढ़ोतरी
दिल्लीः अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने बेलगाम महंगाई को रोकने के लिए बुधवार को ब्याज दरों में 75 आधार अंकों यानी 0.75% का इजाफा किया है. यह पिछले 28 साल की सबसे अधिक बढ़ोतरी है. इस संदर्भ में अमेरिकी फेडरल रिजर्व सिस्टम के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमैन जेरोम एच. पॉवेल बाद में बयान जारी करेंगे.
अमेरिकी केंद्रीय बैंक मार्च से ब्याज दरों में 0.75 फीसदी की बढ़ोतरी कर चुका है, जिससे यह दर 1 फीसदी हो गई है. अमेरिका में इस समय महंगाई दर 40 वर्षों की सबसे उच्च गति से बढ़ रही है. मई महीने में अमेरिका में महंगाई दर 8.6 फीसदी दर्ज हुई थी. यूएस फेड की बैठक से पहले ही ब्याज दरों में बढ़ोतरी के अनुमान के चलते दुनियाभर के शेयर बाजारों में गिरावट दर्ज की गई थी.
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक सेंसेक्स भी सोमवार को 1457 अंक टूटकर बंद हुआ था. अमेरिकी फेड की ओर से ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने का असर आरबीआई पर भी होगा. आरबीआई भी आने वाले दिनों में ब्याज दरों में और बढ़ोतरी कर सकता है.
जर्मनी के बैंक- ड्यूश बैंक के एक ताजा स्टडी से यह सामने आया है कि महंगाई किस तरह सारी दुनियाभर में फैल गई है. ड्यूश बैंक ने 111 देशों के मुद्रास्फीति आंकड़ों के आधार पर अपनी विश्लेषण रिपोर्ट पेश की है. उसके हिसाब से अमेरिका महंगाई की मार झेल रहे देशों के इंडेक्स में मध्य में आता है. यानी बहुत से ऐसे देश हैं, जहां महंगाई की दर वहां से बहुत ज्यादा है.