चिदंबरम की चुटकी- वित्त मंत्रालय ने नरेंद्र मोदी को क्यों किया शर्मिंदा
दिल्लीः पेट्रोल और डीज़ल की क़ीमतों का बोझ करने की पीएम नरेंद्र मोदी की अपील को लेकर सियासत तेज़ हो गई है. पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने भी इस मामले में अपनी राय दी है. उन्होंने पीएम मोदी पर सवाल उठाए ही हैं, साथ में वित्त मंत्रालय पर भी चुटकी ली है. उन्होंने ट्वीट करके लिखा है कि जिस दिन पीएम ने राज्यों को पेट्रोल और डीज़ल पर वैट में कमी करने की अपील की, उसी दिन वित्त मंत्रालय ने ऐलान किया कि केंद्र पर राज्यों का 78, 704 रुपए बकाया है.
पी चिदंबरम ने कहा कि दरअसल बकाया राशि और अधिक है. अगर आप राज्यों के दावे वाली राशि को जोड़ दे, तो संख्या और बड़ी हो सकती है. हालाँकि उन्होंने ये भी कहा कि केवल सीजीए (कंट्रोलर ऑफ़ गवर्नमेंट अकाउंट्स) ही सही राशि के बारे में बता सकता है. आख़िर में पी चिदंबरम ने चुटकी लेते हुए ये भी लिखा कि ये जानना दिलचस्प होगा कि जिस दिन पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्यों को सलाह देने का फ़ैसला किया, उस दिन वित्त मंत्रालय ने उन्हें शर्मिंदा क्यों किया.
पीएम मोदी ने एक दिन पहले कोरोना से निपटने के लिए बुलाई गई बैठक के दौरान मुख्यमंत्रियों से कहा कि वे पेट्रोल और डीज़ल की क़ीमतों का बोझ कम करने के लिए टैक्स में कटौती करें. उन्होंने कई ग़ैर बीजेपी शासित राज्यों का नाम लिया था. कई राज्य सरकारों और विपक्षी पार्टियों ने मोदी की टिप्पणी की आलोचना की है और आंकड़ों के माध्यम से केंद्र को घेरा है.