लाउडस्पीकर मामले को लेकर एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही केंद्र सरकार से मिलेगा: आदित्य ठाकरे
दिल्लीः महाराष्ट्र सरकार ने लाउडस्पीकर को लेकर चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए सोमवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. बैठक के बाद शिवसेना नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि लाउडस्पीकर मामले को लेकर एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही केंद्र सरकार से मिलेगा.
प्रतिनिधिमंडल केंद्र से इस मुद्दे को सुलझाने पर बात करेगा. बैठक में बीजेपी ने हिस्सा नहीं लिया और न ही मनसे नेता राज ठाकरे आए. बैठक की अध्यक्षता महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वालसे और उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने की.
इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिलीप वलसे ने कहा, ” लाउडस्पीकर पर सुप्रीम कोर्ट का क़ानून पूरे देश के लिए लागू होता है. महाराष्ट्र के लिए अलग से कोई गाइडलाइन नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने जो आदेश दिया है उसकी यहाँ भी पालन होगा. क़ानून-व्यवस्था बनाए रखना सरकार की ज़िम्मेदारी है. ”
उन्होंने कहा, ”अगर कोई इसका उल्लंघन करता है तो पुलिस कार्रवाई करेगी. अगर केंद्र लाउडस्पीकरों पर राष्ट्रीय स्तर का नियम बनाता है, तो राज्यों में मुद्दे नहीं उठेंगे. लिहाजा यह फैसला किया गया कि इस मामले को लेकर सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल केंद्र से मुलाक़ात करेगा और इस पर चर्चा करेगा.”
बैठक में शाामिल होने के सवाल पर विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से जो हो रहा है उसे देखते हुए हमने सर्वदलीय बैठक में न जाने का फैसला किया.
मनसे नेता राज ठाकरे ने महाराष्ट्र की सभी मस्जिदों से 3 मई तक लाउडस्पीकर हटाने की डेडलाइन दी थी. उनका कहना था कि अगर समय रहते लाउडस्पीकर नहीं हटाए गए तो वे राज्य में मस्जिदों के बाहर लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे.
इस बीच, अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत कौर राणा और उनके विधायक पति रवि राणा को उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने की घोषणा करने पर शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था.