गर्मी में फीकी रही ताज महोत्सव की रौनक
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण विगत दो साल से ताज महोत्सव का आयोजन नहीं हो पा रहा था। इस साल आयोजन तो हो रहा है, लेकिन इसकी तिथियां बदल गईं।
इस मौसम में आई गरमाहट मानें या नियत तिथियों में बदलाव, या फिर यूपी बोर्ड की परीक्षाएं, कुछ भी हो, लेकिन ताज महोत्सव में पिछले वर्षों के मुकाबले भीड़ और स्टॉल्स की संख्या कम नजर आ रही है।
दिन में गर्मी के कारण पर्यटकों की संख्या सीमित रह रही है, शाम होने पर ही शल्पिग्राम कुछ गुलजार नजर आता है। शिल्पग्राम में इस बार पिछले वर्षों की तुलना में कम शिल्पी जुटे हैं।
बड़ी संख्या में स्टॉल खाली हैं, जो रौनक को कम कर रहे हैं। मुक्ताकाशीय मंच पर स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति के दौरान दर्शकों/श्रोताओं की उपस्थिति बेहद कम दिख रही है।
नामचीन कलाकारों की प्रस्तुतियों के दौरान दर्शक जरूर पहुंच रहे हैं फिर भी दर्शक दीर्घा को पूरी तरह नहीं भर पा रही है।
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण विगत दो साल से ताज महोत्सव का आयोजन नहीं हो पा रहा था। इस साल आयोजन तो हो रहा है, लेकिन इसकी तिथियां बदल गईं।
यह हर साल 18 से 27 फरवरी तक नियत तिथियों पर होता रहा है, इस बार विधानसभा चुनावों के फरवरी में होने के कारण ताज महोत्सव को मार्च में कराने का नर्णिय लिया गया। चु
नावी आचार संहिता लागू रहने के कारण भी इंतजामों पर असर पड़ा।